नेपाल की जेल में बंद कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को रिहा किया जाएगा

नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने कहा- "चार्ल्स शोभराज को लगातार जेल में रखना कैदी के मानवाधिकारों के अनुरूप नहीं है."

नेपाल की जेल में बंद कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को रिहा किया जाएगा

काठमांडू:

नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को जेल से रिहा किया जाएगा. नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज  "द सर्पेंट" इस फ्रांसीसी सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज पर बनी है. नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने आज शोभराज की रिहाई का आदेश दिया. वह 1970 के दशक में एशिया भर में श्रंखलाबद्ध हत्याओं का दोषी है. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि 78 वर्षीय शोभराज, जो कि दो उत्तरी अमेरिकी पर्यटकों की हत्या के आरोप में 2003 से नेपाल की जेल में है, को स्वास्थ्य के आधार पर मुक्त किया जाना चाहिए.

समाचार एजेंसी एएफपी ने फैसले की प्रति के हवाले से कहा है कि, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- "उसे लगातार जेल में रखना कैदी के मानवाधिकारों के अनुरूप नहीं है."

कोर्ट ने कहा, "अगर उसके खिलाफ जेल में रखने के लिए कोई अन्य मामला लंबित नहीं है, तो यह अदालत आज उसकी रिहाई और ... 15 दिनों के भीतर उसे अपने देश लौटने का आदेश देती है."

सत्तर के दशक के खतरनाक हत्यारे चार्ल्स शोभराज की नेपाल की शीर्ष अदालत ने साल 2010 में उम्रकैद की सजा बरकरार रखी थी. नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने दो अमेरिकी नागरिकों की हत्या के मामले में अंतरराष्ट्रीय बदमाश चार्ल्स शोभराज को सजा को बरकरार रखा था. इससे पहले उसे यह सजा जिला अदालत ने सुनाई थी. 

चार्ल्स शोभराज की अपील पर सुनवाई के बाद नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने 30 जुलाई 2010 को उसकी आजीवन कारावास की सजा बरकरार रखी थी. उसके खिलाफ कई हत्याओं के मामले थे. बिकनी किलर के नाम से मशहूर चार्ल्स शोभराज ने जिला अदालत के फैसले के खिलाफ अपील की थी. जिला अदालत ने एक अमेरिकी नागरिक की हत्या का दोषी साबित होने पर उसे उम्र कैद की सजा दी थी. 

अमेरिकी नागरिक की हत्या का मामला 1975 का था. चार्ल्स शोभराज ने सुप्रीम कोर्ट में जिला अदालत के फैसले को भेदभाव और नस्लवाद से भरा हुआ बताया था. नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने जिला अदालत का फैसला बरकरार रखा था.

छोटे-छोटे अपराध करते हुए परेशानी के साथ फ्रांस में अपना बचपन और जेल में कई सजाएं काटने के बाद शोभराज ने 1970 के दशक की शुरुआत में दुनिया में घूमना शुरू कर दिया था और उसका यह सिलसिला थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में खत्म हुआ था.

उसका काम करने का तरीका अलग था. वह नशा बेचने और लूटने से पहले अपने शिकार को आकर्षित करता था और उससे दोस्ती करता था. इनमें अधिकतर पश्चिमी देशों वे यात्री होते थे जो आध्यात्मिकता की तलाश में घूम रहे होते थे.

वह एक शिष्ट व्यक्ति की तरह व्यवहार करता था. उस पर सबसे पहले एक युवा अमेरिकी महिला की हत्या का आरोप लगा था. सन 1975 के इस केस में महिला का शव पटाया के एक समुद्र तट पर मिला था और वह बिकनी पहने हुए थी.

बाद में उस पर कुल 20 से अधिक हत्याओं के मामले दर्ज हुए. उसने लोगों का गला घोंटा, पीटा या जला दिया. वह अक्सर शिकार बनाए गए पुरुष के पासपोर्ट का इस्तेमाल अपने अगले अगले मुकाम तक की यात्रा के लिए करता था.

नेटफ्लिक्स पर आई वेब सीरीज "द सर्पेंट" में उसकी कानून से बचने के लिए अन्य पहचान हासिल करने की क्षमता को उजागर करती है. यह बीबीसी और नेटफ्लिक्स द्वारा बनाई गई एक हिट सीरीज है जिसका शीर्षक उसके जीवन पर आधारित है.

सन 1976 में एक फ्रांसीसी पर्यटक की दिल्ली के एक होटल में जहर खाने से मौत हो जाने के बाद उसे भारत में गिरफ्तार किया गया था. उसे हत्या के इस मामले में 12 साल की सजा सुनाई गई थी.

शोभराज ने आखिरकार 21 साल जेल में बिताए और 1986 में वह भाग निकला. बाद में उसे गोवा में पकड़ा गया था. शोभराज 1997 में रिहा हुआ था और फिर पेरिस चला गया था. लेकिन 2003 में वह नेपाल में फिर से प्रकट हुआ. वहां उसे काठमांडू में देखा गया और गिरफ्तार कर लिया गया.

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वहां की एक अदालत ने उसे 1975 में अमेरिकी पर्यटक कोनी जो ब्रोंज़िच की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई. एक दशक बाद उसे ब्रोंज़िच के कनाडाई साथी की हत्या करने का भी दोषी पाया गया. सन 2008 से जेल में बंद शोभराज ने निहिता बिस्वास से शादी की थी, जो कि उससे 44 साल छोटी है और उसके नेपाली वकील की बेटी है.