बगदाद:
इराक में सोमवार को हुए 17 कार बम विस्फोटों ने राजधानी बगदाद सहित कई अन्य शहरों को हिलाकर रख दिया। इन सिलसिलेवार विस्फोटों में कम से कम 42 लोग मारे गए हैं और 200 के करीब लोग घायल हुए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार बगदाद में कुल 12 कार बम विस्फोट हुए। इनमें अधिकांश का निशाना शिया बहुल इलाका सदर सिटी था। आंतरिक मंत्रालय के अनुसार बगदाद में कम से कम 23 लोग मारे गए हैं और 132 अन्य घायल हुए हैं।
एक पुलिस सूत्र ने बताया कि बगदाद से 170 किलोमीटर दक्षिणपूर्व स्थित कुट में पांच कार बम विस्फोटों में आठ लोगों की मौत हुई है और 40 अन्य घायल हो गए हैं।
बगदाद के दक्षिण में 270 किलोमीटर दूर स्थित सिमावा में दो कार बम विस्फोटों में पांच लोग मारे गए हैं और 21 अन्य घायल हुए हैं। दक्षिणी शहर बसरा में एक अन्य कार बम विस्फोट में दो लोग मारे गए और आठ घायल हुए हैं।
सलाहुद्दीन प्रांत में सड़क किनारे हुए एक विस्फोट में प्रांतीय पुलिस के कमांडो प्रमुख कर्नल हमद अल-दुलामी, उनके सहायक और दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। अभी तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
इराक में हाल के दिनों में हिंसा की गतिविधियों में काफी वृद्धि हुई है। देश की स्थिति 2006-07 के जैसी हो गई है, जब हिंसा में मौतों की संख्या कभी-कभी महीने में 3,000 से अधिक हो जाती थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार बगदाद में कुल 12 कार बम विस्फोट हुए। इनमें अधिकांश का निशाना शिया बहुल इलाका सदर सिटी था। आंतरिक मंत्रालय के अनुसार बगदाद में कम से कम 23 लोग मारे गए हैं और 132 अन्य घायल हुए हैं।
एक पुलिस सूत्र ने बताया कि बगदाद से 170 किलोमीटर दक्षिणपूर्व स्थित कुट में पांच कार बम विस्फोटों में आठ लोगों की मौत हुई है और 40 अन्य घायल हो गए हैं।
बगदाद के दक्षिण में 270 किलोमीटर दूर स्थित सिमावा में दो कार बम विस्फोटों में पांच लोग मारे गए हैं और 21 अन्य घायल हुए हैं। दक्षिणी शहर बसरा में एक अन्य कार बम विस्फोट में दो लोग मारे गए और आठ घायल हुए हैं।
सलाहुद्दीन प्रांत में सड़क किनारे हुए एक विस्फोट में प्रांतीय पुलिस के कमांडो प्रमुख कर्नल हमद अल-दुलामी, उनके सहायक और दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। अभी तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
इराक में हाल के दिनों में हिंसा की गतिविधियों में काफी वृद्धि हुई है। देश की स्थिति 2006-07 के जैसी हो गई है, जब हिंसा में मौतों की संख्या कभी-कभी महीने में 3,000 से अधिक हो जाती थी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं