
मोहम्मद बिन सलमान (फाइल फोटो)
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सऊदी ने कतर पर तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया
कतर पर पहले ईरान से नजदीकी बढ़ाने के भी लगे थे आरोप
हालांकि, कतर ने इस सभी आरोपों को खारिज किया
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बता दें कि सऊदी अरब के नेतृत्व में संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और बहरीन ने जून में कतर पर यह आरोप लगाते हुए संबंध तोड़ लिए थे कि वह इस्लामिक चरमपंथी समूहों को समर्थन दे रहा है और क्षेत्र के शत्रु ईरान से काफी नजदीकी बढ़ा रहा है. हालांकि कतर ने इन आरोपों को खारिज किया.
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सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) ने शुरुआत में कहा कि शहजादे ने ‘इस इच्छा का स्वागत किया है. सऊदी अरब के संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र के साथ समझौते पर पहुंचने के बाद विस्तृत जानकारियों की घोषणा की जाएगी.’ लेकिन, यह परिदृश्य जल्द ही बदल गया जब एसपीए ने कतर की सरकारी मीडिया पर इस तथ्य को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया कि सऊदी अरब ने बातचीत की पहल की.
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एसपीए ने कहा, ‘कतर न्यूज एजेंसी ने जो प्रकाशित किया है वह तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश करने का कतर प्रशासन का सिलसिला है.’ उसने कहा कि कतर के साथ किसी भी तरह की बातचीत अब निलंबित की जाती है.
(इनपुट भाषा से)
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