मोहम्मद बिन सलमान (फाइल फोटो)
रियाद:
सऊदी अरब ने कतर के नेता से फोन पर बात करने के बाद दोहा पर तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाते हुए उसके साथ वार्ता आज निलंबित कर दी. दोनों देशों की सरकारी मीडिया ने बताया कि कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद अल-थानी ने सऊदी के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बातचीत करके आगे वार्ता की इच्छा जताई. इससे तीन महीने से चल रहे खाड़ी संकट में गतिरोध दूर होने की उम्मीद जगी थी. इस संकट को सुलझाने में मध्यस्थता के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति की पेशकश के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली सार्वजनिक बातचीत थी.
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बता दें कि सऊदी अरब के नेतृत्व में संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और बहरीन ने जून में कतर पर यह आरोप लगाते हुए संबंध तोड़ लिए थे कि वह इस्लामिक चरमपंथी समूहों को समर्थन दे रहा है और क्षेत्र के शत्रु ईरान से काफी नजदीकी बढ़ा रहा है. हालांकि कतर ने इन आरोपों को खारिज किया.
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सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) ने शुरुआत में कहा कि शहजादे ने ‘इस इच्छा का स्वागत किया है. सऊदी अरब के संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र के साथ समझौते पर पहुंचने के बाद विस्तृत जानकारियों की घोषणा की जाएगी.’ लेकिन, यह परिदृश्य जल्द ही बदल गया जब एसपीए ने कतर की सरकारी मीडिया पर इस तथ्य को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया कि सऊदी अरब ने बातचीत की पहल की.
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एसपीए ने कहा, ‘कतर न्यूज एजेंसी ने जो प्रकाशित किया है वह तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश करने का कतर प्रशासन का सिलसिला है.’ उसने कहा कि कतर के साथ किसी भी तरह की बातचीत अब निलंबित की जाती है.
(इनपुट भाषा से)
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बता दें कि सऊदी अरब के नेतृत्व में संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और बहरीन ने जून में कतर पर यह आरोप लगाते हुए संबंध तोड़ लिए थे कि वह इस्लामिक चरमपंथी समूहों को समर्थन दे रहा है और क्षेत्र के शत्रु ईरान से काफी नजदीकी बढ़ा रहा है. हालांकि कतर ने इन आरोपों को खारिज किया.
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सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) ने शुरुआत में कहा कि शहजादे ने ‘इस इच्छा का स्वागत किया है. सऊदी अरब के संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र के साथ समझौते पर पहुंचने के बाद विस्तृत जानकारियों की घोषणा की जाएगी.’ लेकिन, यह परिदृश्य जल्द ही बदल गया जब एसपीए ने कतर की सरकारी मीडिया पर इस तथ्य को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया कि सऊदी अरब ने बातचीत की पहल की.
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एसपीए ने कहा, ‘कतर न्यूज एजेंसी ने जो प्रकाशित किया है वह तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश करने का कतर प्रशासन का सिलसिला है.’ उसने कहा कि कतर के साथ किसी भी तरह की बातचीत अब निलंबित की जाती है.
(इनपुट भाषा से)
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