यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के आक्रमण (Attack) से कई यूक्रेनी शहर तबाह हो गए हैं. यूक्रेन के उत्तर-पूर्व में रूस के बॉर्डर के पास समी (sumy) क्षेत्र में भारतीय सफीना अकीनोवा रहती हैं. 30 साल की सफीना बेंगलुरू से हैं और इंस्टाग्राम पर बाइक राइडिंग इन्फ्यूएंसर हैं. 2019 में यूक्रेन में एक एडवेंचर मोटरबाइक राइड के दौरान उन्हें देश और भाषा की सीमाओं से परे सच्चा प्यार मिला. सफीना इंस्टाग्राम पर यूक्रेन के बाइकर व्लाड ( Vlad) से मिलीं थीं. व्लाड ने उन्होंने यूक्रेन बुला लिया और फिर दोनों ने यूक्रेन की सड़कों कई दिनों तक हजारों किमी बाइक राइड की. सफीना ने व्लाड से शादी कर यूक्रेन में ही घर बसा लिया. सफीना कहती हैं, "हम एक दूसरे के लिए प्यार में पागल हैं."
लेकिन व्लाड और सफीना इन दिनों अपने 11 महीने के बच्चे डेनिल को लेकर एक रोमी शहर के एक बंकर में छिपे हुए हैं. COVID19 की वजह से परिवार की तबियत खराब है और कई दिनों से जारी रूसी सेना की भयंकर गोलाबारी के बाद आस-पास का इलाका खंडहर में बदल चुका है. सफीना के बेटे डेनिल का अगले महीने 23 मार्च को पहला जन्मदिन होगा साथ ही सफीना और व्लाड का एक ही दिन 19 मार्च को जन्मदिन है. सफीना और व्लाड अपने बच्चे का पहला जन्मदिन मनाने के लिए भारत आना चाहते थे. पहले कोविड से संक्रमण से पूरा परिवार प्रभावित हुआ और फिर 26 फरवरी को भारत के लिए उनकी फ्लाइट रूसी हमले की वजह से कैंसिल हो गई.
सफीना अब अपने परिवार के साथ उस यूक्रेन में फंस चुकी हैं. जहां टैंक, तोप और हथगोलों की आवाज़ से रात को सोना मुश्किल है. इलाके को रूसी सेना ने घेर लिया है. यूक्रेन में मार्शल लॉ लगा हुआ है. सफीना ने बताया कि यूक्रेन के मार्शल लॉ के हिसाब से यहां 18 साल के 60 साल तक के यूक्रेनी पुरुष देश नहीं छोड़ सकते.
सफीना कहती हैं, "मुझे बस अपने बच्चे के लिए जीना है. जल्द से जल्द ये ख़त्म हो जाए और मैं बस भारत जाना चाहती हूं. लेकिन जब तक मार्शल लॉ है मैं यहीं रहूंगी. हर हाल में हम साथ में रहेंगे. मैं अपने पति को यहां छोड़कर अकेले भारत नहीं जाना चाहती हूं. मैं अगर भारत भी चली जाउंगी तो मुझे अपने पति और परिवार के बारे में चिंता सताती रहेगी. यह और तनावपूर्ण हो जाएगा."
कुछ समय पहले ही सफीना और व्लाड ने मिल कर अपना बिज़नेज़ शुरू किया था लेकिन रूसी हमले के कारण यूक्रेन में बिज़नेस ठप्प पड़ गया है. सफीना कहती हैं, "अभी बहुत मुश्किल हालात हैं. अभी हम खाने और मूलभूत ज़रूरतों के लिए पैसा बचाना चाह रहे हैं. हमने बैंक से अपने सारे पैसे निकाल लिए हैं.अब हम यही बात कर रहे हैं कि पता नहीं अब आगे यहां काम चल पाएगा या नहीं चल पाएगा. सब थम गया है. सब माहौल ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं."
सफीना जिस घर में रह रही हैं उसे चारों ओर से रूसी सेना ने घेर लिया है. सफीना ने बताया "यहां हालत बहुत खराब है. कुछ किलोमीटर दूर ही भारी गोलाबारी हुई है. हमें कीव और खार्कीव में बमबारी के अलर्ट मिले हैं. मैंने सुना है कि यहां आस-पास के लोगों के पास रूसी सेना लोगों के घरों में आकर खाना और पानी भी मांग रही हैं."
सफीना ने कहा कि यूक्रेन के लोगों को अभी भी उम्मीद है कि उन्हें यूरोपियन यूनियन में शामिल कर लिया जाएगा और सब ठीक हो जाएगा.
सफीना अपने पति के बारे में ज़िक्र करते हुए कहती हैं,"सभी यूक्रेनी अपने देश को बहुत प्यार करते हैं और वो अपनी सीमा को बचाने के लिए जी जान से लड़ रहे हैं. यूक्रेनी लोग यही उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें यूरोपियन यूनियन में शामिल कर लिया जाएगा लेकिन हम प्रार्थना करते हैं कि सब जल्द ठीक हो जाए."
*सुरक्षा कारणों से सफीना के पति व्लाड और बच्चे डेनिल का चेहरा मुख्य तस्वीर में ब्लर रखा गया है.
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