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This Article is From Aug 01, 2022

Rishi Sunak जिसने Geeta पर हाथ रख ली थी शपथ, वेटर का किया था काम, PM बन बना सकते हैं रिकॉर्ड

ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने सांसद पर की शपथ गीता (Geeta) पर हाथ रख कर ली थी. पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा मे (Theresa May) ने उन्हें जनवरी 2018 में सरकार में पहली नौकरी दी थी. सुनक ने ऑक्सफॉर्ड (Oxford) और फिर कैलिफोर्निया की स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी जाने से पहले एक स्थानीय भारतीय रेस्त्रां में टेबल वेटर (Waiter) का भी काम किया था.

Rishi Sunak जिसने Geeta पर हाथ रख ली थी शपथ, वेटर का किया था काम, PM बन बना सकते हैं रिकॉर्ड
Rishi Sunak ने गीता पर हाथ रख कर सांसद पद की शपथ ली थी (File Photo)

बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) के साथ विवाद होने से पहले ऋषि सुनक (Rishi Sunak) लगातार आगे बढ़ रहे. ये रास्ता उन्हें आखिरकार ब्रिटेन के पहले प्रधानमंत्री के पद पर ले जा सकता है. यह ऐतिहासिक होगा अगर हिंदू धर्म से, भारत और पूर्वी अफ्रीका से आए परिवार से कोई दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की कमांड लेगा.  

लेकिन कंजरवेटिव सांसदों के कई मतों की श्रंखला के आखिर में, सुनक को पहले पार्टी सदस्यों को मनाना पड़ेगा. कंजरवेटिव पार्टी के सदस्य सोमवार को मतदान करेंगे और ऋषि सुनाक लिज ट्रस (Liz Truss) से काफी पीछे नज़र आ रहे हैं.  

ओपीनियन पोल दिखाते हैं कि लिज ट्रस ने ऋषि सुनाक को दक्षिणपंथी टोरी नेताओं की नीतियों से बाहर की ओर धकेला है जो ऋषि सुनाक पर बोरिस जॉनसन की कैबिनेट में हुए विद्रोह को लेकर भी संदेह से देखते हैं. कई महीनों के विवादों के बाद बोरिस जॉनसन को अपना पद गंवाना पड़ा था.  

राजनीति से पहले फाइनेंस में अपने करियर से ऋषि सुनाक ने अच्छा कमाई की थी. पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनाक को लेकर यह शंकाएं भी लगाई जा रही हैं कि क्योंकि वह बहुत अमीर हैं, बढ़ती महंगाई के बीच आम ब्रिटिश नागरिकों की दिक्कतें नहीं समझ पाएंगे.  

इस महीने अपने कैंपेन में ऋषि ने एक बिल्डिंग साइट की विजिट के लिए महंगे प्राडा लोफर जूते पहने थे, साथ ही एक गर्म टीवी डिबेट के दौरान ऋषि सुनक पर यह आरोप लगे कि उन्होंने लिज ट्रस के टैक्स कटिंग प्लान का पुरुषवादी नज़रिए से मज़ाक उड़ाया.  

डिशी ऋषि 

ऋषि सुनक 42 साल के हैं और उन्होंने ब्रेग्ज़िट का समर्थन किया था. फरवरी 2020 में वो वित्त मंत्री बने. कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को संभाला.  भारत में ऋषि सुनक को उनकी पत्नि अक्षता मूर्ती के ज़रिए जाना जाता है जो इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ती की बेटी हैं. उनके इंस्टाग्राम प्रोफाइल के कारण उनका नाम डिशी ऋषि पड़ा.  

पार्टी गेट फाइन 

पिछले साल तक सुनक के पास अमेरिकी ग्रीन कार्ड था. आलोचक इसे लेकर ब्रिटेन के लिए उनकी लंबे समय की निष्ठा पर सवाल उठाते हैं.  साथ ही बीवी के नॉन डोमेसाइल टैक्स स्टेटस पर सवाल उठाते  हैं कि वो इंफोसिस के रिटर्न का यूके में टैक्स नहीं देतीं.  सुनक ने 2020 में दिवाली पर वित्त मंत्री के आधिकारिक आवास के सामने दिए जलाए जबकि उन्होंने बाकियों से इंग्लैंड के कोविड लॉकडाउन नियमों का पालन करने को कहा. जॉनसन के पार्टीगेट कांड में ऋषि सुनक पर भी पुलिस जुर्माना लगा. 


गीता पर हाथ रखकर कसम 

सुनक नॉर्दन इंग्लैंड के यॉर्कशायर में रिचमंड सीट से सांसद हैं. उन्होंने 2015 में यह सीट पूर्व पार्टी नेता और विदेश मंत्री विलियम हॉग से ली थी, जिन्होंने उन्हें बाकियों से अलग बताया था. सुनक ने सांसद पर की शपथ गीता पर हाथ रख कर ली थी. थेरेसा मे ने उन्हें जनवरी 2018 में सरकार में पहली नौकरी दी थी. उन्हें स्थानीय सरकार, पार्क और संकटग्रस्त परिवारों का जूनियर मिनिस्टर बनाया गया था. उनके पता दक्षिणी इंग्लिश कोस्ट के पास साउथैंपटन में फैमली डॉक्टर थे और उनकी मां एक लोकल फार्मेसी चलाती थीं. सुनक ने ऑक्सफॉर्ड और फिर कैलिफोर्निया की स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी जाने से पहले एक स्थानीय भारतीय रेस्त्रां में टेबल वेटर का भी काम किया था. वो कहते हैं कि उनके माता-पिता, दोनों तरफ के परिवारों ने मेहनत से कमाया है. और कठिन परिश्रम में भरोसा करते हैं, लेकिन जल्द ही देखने को मिलेगा कि उनकी पार्टी के सदस्य उन पर कितना भरोसा करते हैं.  

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