
- हमास की कैद से मुक्त हुए इजराइली बंधकों ने बताया कि उन्हें बाहरी दुनिया से पूरी तरह अलग-थलग रखा गया.
- रिहा हुए बंधकों ने बताया कि उन्हें लंबे समय तक भूखा रखा गया और रोंगटे खड़े करने वाली यातनाएं दी गईं.
- हमास के कब्जे में बंधकों की कुल संख्या 48 बताई गई है लेकिन इनमें से केवल 20 के जीवित होने की पुष्टि हुई है.
गाजा शांति समझौते के अनुसार हमास ने इजरायली बंधकों को फिलिस्तीनी कैदियों के बदले छोड़ना शुरू कर दिया है. बीते शुक्रवार से संघर्ष विराम लागू होने के बाद हमास पिछले दो सालों से बंधक रखे हुए इजरायली बंधकों को छोड़ना शुरू किया है. इनकी संख्या 48 बताई गई है, हालांकि इनमें से केवल 20 लोगों के जीवित होने की पुष्टि हुई है. ये सभी 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल के दक्षिणी इलाकों पर फिलिस्तीनी समूह हमास के हमले के दौरान अगवा किए गए 251 लोगों में शामिल थे. उस हमले में करीब 1,200 लोग मारे गए थे. इसके जवाब में इजरायल ने गाजा में सैन्य अभियान शुरू किया, जिसमें गाजा के हमास शासित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक 67 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं.

बंधकों की रिहाई देखते उनके परिवार वाले
Photo Credit: IDF
सोमवार की सुबह हमास ने दो समूहों में 20 इजरायली बंधकों को रेड क्रॉस को सौंपा. रिहा किए गए इन लोगों ने बताया कि उन्हें इन दो सालों के दौरान बहुत यातनाएं दी गईं. उन्हें लंबे समय के लिए भूखा रखा गया. इजरायली बंधकों ने यातनाओं की जो दास्तां सुनाई वो रोंगटे खड़े करने वाली हैं.
भूखा रखा गया, 738 दिन अकेले रखे गए
अपनी गर्लफ्रेंड से दो साल बाद मिले अविनतन ओर ने बताया कि उन्हें इन 738 दिनों के दौरान पूरी तरह अकेले रखा गया. अविनतन की गर्लफ्रेंड भी अगवा की गई थीं लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था. मतान एंगरेस्ट की मां ने बताया कि उन्हें अगवा करने के बाद शुरुआती महीनों में कड़ी यातना दी गई क्योंकि मतान इजरायली डिफेंस फोर्स में काम करते थे. उन्हें इजरायली बमबारी के दौरान एंगरेस्ट मलबे में दफन भी रहे.

हमास की कैद से मुक्त हुए अविनतन ओर अपनी गर्लफ्रेंड अर्गामनी के साथ
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गाजा में कड़ी यातनाओं पर अपने परिवार वालों को अपनी आपबीती सुनाने वालों में अविनतन की कहानी सबसे अधिक दिल दहलाने वाली है. चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक अविनतन को दो सालों तक पूरी तरह अलग तो रखा गया वहीं उनके साथ लंबे समय तक खाना न देने जैसे अमानवीय बर्ताव भी किए गए. अविनतन को किस तरह इस दौरान भूखा रखा गया इसका अंदाजा उनके वजन से ही मिल जाता है. शुरुआती चिकित्सा जांच में उनका वजन पहले के मुकाबले करीब 40 प्रतिशत कम हो गया है. 7 अक्टूबर को हमास ने नोवा म्यूजिक फेस्टिवल से इस जोड़े के अपहरण का वीडियो जारी किया था जो उस दिन सबसे अधिक वायरल हुए वीडियो में से एक था.
अविनतन की गर्लफ्रेंड भी की गई थीं अगवा
दो साल पहले 7 अक्टूबर को जब हमास का हमला हुआ तब अविनतन और उनकी गर्लफ्रेंड अर्गामनी नोवा म्युजिक फेस्टिवल में साथ थे. हमास ने उन्हें बंधक बनाते हुए गाजा की सुरंगों में पहुंचा दिया. हालांकि इस दौरान दोनों में से किसी को भी एक दूसरे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
שוב מחייך: גיא גלבוע דלאל התאחד עם בני משפחתו pic.twitter.com/gLfd0PABMC
— החדשות - N12 (@N12News) October 13, 2025
7 अक्टूबर को हमास के उस हमले के दो साल होने पर अपने सोशल मीडिया पोस्ट में अर्गामनी ने लिखा, "हजारों की संख्या में लोग उस मैदान में दौड़ रहे थे. सैकड़ों कारें वहां से निकलने की कोशिश कर रही थीं- हम सभी हमास के हमलावरों से हमें नहीं मारने की प्रार्थना कर रहे थे. 7 अक्टूबर वो अंतिम दिन था जब मैंने अपने बॉयफ्रेंड को आखिरी बार देखा था. मुझे नहीं पता कि वो मार दिए गए या उनका अपहरण हुआ. जब मैं बंधक थी तब मुझे जहां भी ले जाया गया मैंने अविनतन के बारे में पूछा. मुझे उनकी कोई जानकारी नहीं मिली."
नोआ अर्जमानी को जून 2024 में इजरायली सेना ने छुड़ाया था. मार्च 2025 में अविनतन के परिवार को उनके जिंदा होने के संकेत मिले थे.
Arbel Yehoud on Instagram —
— Hen Mazzig (@HenMazzig) October 14, 2025
“My Ariel is home, and I am so overwhelmed and excited.
For over two years, the hope of hugging him again is what kept me going and motivated me every second of every day.
Since my release, I have devoted myself entirely to the fight for the return… pic.twitter.com/rZZnOFMDRl
जैसे हॉरर मूवी देख रहे हों...
28 साल के एरियल कुनियो को भी हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को अगवा किया था. अपने भाई को उन्होंने अंतिम बार बताया था कि ऐसा लग रहा है कि वो हॉरर मूवी में हैं. एरियल के बड़े भाई, भाभी और उन दोनों की जुड़वा बेटियों को भी हमास ने अगवा किया था. अगवा किए जाने के एक महीने बाद हुए एक हफ्ते के संघर्ष विराम के दौरान डेविड को छोड़कर उनके पूरे परिवार को छोड़ दिया गया था. लंबे समय तक यह नहीं पता था कि वो जिंदा हैं भी या नहीं पर फरवरी 2025 में जब कुछ अन्य बंधकों को रिहा किया गया तो उनसे (रिहा हुए लोगों से) डेविड के जिंदा होने की पुष्टि हुई थी.

हमास ने अगवा किए जिन लोगों को छोड़ा
अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति (आईसीआरसी) को सौंपे गए 20 बंधकों में डेविड भी शामिल हैं. अब तक जिन लोगों को हमास ने छोड़ा है उनमें अविनतन ओर, मतान एंग्रेस्ट, डेविड क्यूनियो उनके भाई एरियल क्यूनियो, एतान हॉर्न, रोम ब्रासलाब्स्की, एतान मोर, गाली बर्मन, जिव बर्मन, ओमरी मिरान, अलोन ओहेल, गाइ गिल्बोआ-दलाल, बार कूपरस्टीन, एव्यातर डेविड, योसेफ हाइम ओहाना, सेगेव काल्फोन, एल्काना बोहबोट, मैक्सिम हरकिन, निमरोड कोहेन और मतान जानगाउकर शामिल हैं.
सालगिरह पर पहले नहाने की मनाही... फिर दी इजाजत
इजरायल ने जून 2024 में एक बचाव अभियान चला कर कुछ बंधकों को रिहा करा लिया था. उसके बाद बचे हुए बंधकों को हमास लगातार सुरंगों में रख रहा था. चैनल-12 ने बताया कि मुक्त बंधक एलकाना बोहबोट ने अपना अधिकतर समय एक सुरंग में बेड़ियों से बंधे बिताया, जहां न तो उन्हें टाइम का पता होता और न ही उस जगह की कोई जानकारी होती.
इस दौरान बोहबोट अपनी शादी की तारीख याद रखते हुए जब दिन नहाने की इच्छा जाहिर की तो हमास के लोगों ने उनके अनुरोध को ठुकरा दिया. हालांकि बाद में उन्हें इसकी इजाजत मिल गई. उनकी बेड़ियां खोली गईं और उन्हें नहलाया गया.
Yosef-Chaim Ohana reunited with his father after two long years. They waited so long for this hug 💜 pic.twitter.com/k9x8bZIzQd
— Hen Mazzig (@HenMazzig) October 13, 2025
हमास के लोग बंधकों के साथ ताश खेलते
उनके चचेरे भाई जिव बेर्मन को भी हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को बंधक बनाया था पर दोनों को अलग-अलग रखा गया था और बाहरी दुनिया से पूरी तरह काट दिया गया था. आखिर दोनों रिहाई पर दो साल बाद एक दूसरे से मिले. हालांकि बेर्मन ने बताया कि कैद में कुछ समय के लिए खाने की कमी थी लेकिन बाकी समय वहां खाने के लिए बहुत कुछ था. हमास के कुछ लोगों ने उनसे हिब्रू में भी बात की. एक अन्य बंधक के रिश्तेदार ने बताया कि उनकी कनपटी पर बंदूक रख कर उन्हें धमकी दी गई. वहीं एक अन्य रिश्तेदार ने बताया कि इन दो सालों के दौरान कभी कभी हमास के ये 'आतंकी' बंधकों के साथ ताश खेलने भी बैठते थे.
सिर के ऊपर से एरोप्लेन गुजरते, दबे मलबे से निकाला
मतान की मां ने बताया कि हमास के राक्षसों ने उन्हें शुरुआती महीनों में बहुत यातनाएं दीं. उन्हें अकेले रखा गया, पर मतान ने टूटने से इनकार कर दिया. इस दौरान उन्हें बहुत भयंकर मानसिक यातनाओं से गुजरना पड़ा. उन्हें बताया जाता कि हमास उनके देश पर कब्जा कर लेगा और वो लोग 7 अक्टूबर जैसी अगली योजना बना रहे हैं. उन्हें युद्ध क्षेत्र में ही सुरंग बना कर रखा गया था. इस दौरान उनके सिर पर से विमान उड़ते... दीवारें गिरतीं, तो कई बार उन्होंने दबे मलबे से खुद को बाहर निकाला."

रिहा होने के बाद मतान अपनी मां के साथ
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"पिछले चार महीनों के दौरान अधिकतर उन्हें एक छोटे अंधेरे सुरंग में रखा गया था. इस दौरान उन्हें बहुत अधिक खाना दिया जा रहा था. उन्होंने यह भी बताया कि उनके बेटे को अपहरण की अधिकांश यादें नहीं हैं, लेकिन वे उस लड़ाई को याद करते हैं जिसमें उनके कई दोस्त मारे गए थे. उन्हें आग की बात याद है जिसमें उनके हाथ जल गए थे. वो बेहोश भी हुए थे. उन्हें भी अपहरण के दौरान प्रताड़ित किया गया. हमास के लोगों ने उनसे कहा कि उनके दादा-दादी मारे जा चुके हैं."
एक महीने पहले जबरन खूब खिलाया गया
एक अन्य बंधक गाइ को भी सोमवार को रिहा किया गया है. उनकी मां इलान गिलबोआ ने बताया कि एक महीने पहले तक वो एक सुंरग में एव्यातर डेविड के साथ बंद थे. फिर उन्हें गाजा में एक गाड़ी में घुमाया गया. बाद में उन्हें जबरन बहुत सारा खाना खिलाया गया. दरअसल उस दौरान हमास के बंधक गाइ की तस्वीरें अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एजेंसियों के हाथ में आ गई थीं और हमास की उनके (गाइ के) कमजोर हालात को लेकर आलोचना हो रही थी.
ओमरी मिरान भी सोमवार को रिहा किए गए हैं. पिछले दो सालों के दौरान उन्हें गाजा में 23 अलग-अलग जगहों पर रखा गया. उन्हें कभी-कभी हमास के लोगों के लिए खाना भी बनाना पड़ता था. इस दौरान उन्हें सही तारीख, दिन और कितने दिन वह बंदी थे, इसकी पूरी जानकारी थी.
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