नई दिल्ली:
पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने दावा किया कि लश्कर-ए-तय्यबा का आतंकवादी अबु जंदल भारतीय खुफिया एजेंसियों का एक एजेंट था। इस आरोप का भारत के गृह मंत्रालय ने खंडन किया है। जंदल को सउदी अरब से प्रत्यर्पित करके भारत लाया गया था।
मलिक ने कहा, ‘हम भी हैरानी में हैं। अबु जंदल जाना-माना अपराधी था। वह भारतीय खुफिया एजेंसी का एजेंट था। वह खुद बोल रहा है। हम नहीं बोल रहे हैं। हमने रिकॉर्ड देखे हैं।’
जंदल मुंबई आतंकवादी हमले मामले के प्रमुख आरोपियों में से एक है और मुंबई में 2008 में तीन दिन तक चले खूनी खेल के दौरान पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन द्वारा स्थापित कंट्रोल रूप में कथित तौर पर मौजूद था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जंदल एक साल तक सउदी अधिकारियों की हिरासत में रहा। उस दौरान पाकिस्तान ने कूटनीतिक दबाव बढ़ाया क्योंकि उन्होंने महसूस किया कि वह 26 नवंबर के हमले में शामिल सरकारी तत्वों के बारे में जानकारी दे सकता है।
मलिक ने कहा कि जंदल के अलावा दो अन्य भारतीय पाकिस्तान गए थे। उन्होंने कहा, ‘हम हैरान हैं कि वे पाकिस्तान क्यों गए। यह रिकॉर्ड का मामला है।’
मलिक ने कहा, ‘हम भी हैरानी में हैं। अबु जंदल जाना-माना अपराधी था। वह भारतीय खुफिया एजेंसी का एजेंट था। वह खुद बोल रहा है। हम नहीं बोल रहे हैं। हमने रिकॉर्ड देखे हैं।’
जंदल मुंबई आतंकवादी हमले मामले के प्रमुख आरोपियों में से एक है और मुंबई में 2008 में तीन दिन तक चले खूनी खेल के दौरान पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन द्वारा स्थापित कंट्रोल रूप में कथित तौर पर मौजूद था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जंदल एक साल तक सउदी अधिकारियों की हिरासत में रहा। उस दौरान पाकिस्तान ने कूटनीतिक दबाव बढ़ाया क्योंकि उन्होंने महसूस किया कि वह 26 नवंबर के हमले में शामिल सरकारी तत्वों के बारे में जानकारी दे सकता है।
मलिक ने कहा कि जंदल के अलावा दो अन्य भारतीय पाकिस्तान गए थे। उन्होंने कहा, ‘हम हैरान हैं कि वे पाकिस्तान क्यों गए। यह रिकॉर्ड का मामला है।’
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