विज्ञापन

प्रेग्नेंसी स्कैम कैसे किया जा रहा? बेबी बंप तक नकली बना दे रहे, हैरत में डाल देगी ये धोखाधड़ी

Pregnancy Scam: इलाज के नाम पर धोखाधड़ी सिर्फ भारत में ही नहीं दुनिया भर में होती है. नाइजीरिया का मामला जान आप हैरत में पड़ जाएंगे...

प्रेग्नेंसी स्कैम कैसे किया जा रहा? बेबी बंप तक नकली बना दे रहे, हैरत में डाल देगी ये धोखाधड़ी
Nigeria Pregnancy Scam: नाइजीरिया में महिलाओं के साथ एक बड़े फ्रॉड का खुलासा हुआ है.

Pregnancy Scam: हर महिला शादी के बाद मां बनना चाहती है. कई महिलाओं को गर्भ धारण करने में दिक्कत होती है तो वो अस्पताल जाती हैं. दुनिया भर में अस्पताल एक-एक से डॉक्टर अपने यहां रखते हैं और कई तरह के दावे करते हैं. कई धोखाधड़ी करने वाले भी होते हैं, मगर नाइजीरिया में एक चौंकाने वाला धोखा सामने आया है. यहां फर्जी डॉक्टर महिलाओं को इलाज कर नकली प्रेग्नेंट कर रहे हैं.

कैसे करते हैं ठगी

नकली प्रेग्नेंट सुनकर आपको भी अजीब लगा होगा. मगर यह सच्चाई है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, नाइजीरिया (Nigeria) में इस तरह के कई मामले सामने आ रहे हैं. इसमें प्रेंग्नेंसी के लिए इलाज के नाम पर दवाओं से लेकर इंजेक्शन तक महिलाओं को दिए जाते हैं. अल्ट्रासाउंड तक फर्जी होते हैं. इसमें जांच के दौरान उन्हें फर्जी फिल्म दिखाई जाती है. मतलब अल्ट्रासाउंड में शिशु की हलचल पहले से बनी हुई दिखाई जाती है. महिलाओं को इलाज के दौरान इंजेक्शन दे-देकर मोटा कर दिया जाता है. उनके पेट को भी फूला दिया जाता है और उन्हें बताया जाता है कि ये बेबी-बंप है. इससे महिलाएं भी मान लेती हैं कि वो प्रेग्नेंट हो चुकी हैं.

15 महीने तक नहीं हुआ एहसास

बीबीसी की रिपोर्ट में इलाज से ठगी गई एक पीड़ित महिला ने दावा किया कि उसने एक स्थानीय क्लिनिक में इलाज कराया. 15 महीने तक उसे एहसास कराया गया कि उसके गर्भ में बच्चा पल रहा है. मगर 15वें महीने तक उसके पति और परिवार को शक हुआ और उन्होंने पुलिस से शिकायत की तो पता चला कि डॉक्टर और नर्स के रूप में उसका इलाज करने वाले लोग दरअसल फ्रॉड हैं. वे इलाज में सैकड़ों डॉलर लेते थे और अक्सर इंजेक्शन, पेय या शरीर में डाले जाने वाले पदार्थों को डालकर महिलाओं के शरीर में चेंज ला देते थे. सूजे हुए पेट महिलाओं को बेबी-बंप बताए जाते थे.

लाखों लूट लेते थे

बीबीसी अफ्रीका ने अनाम्ब्रा राज्य के इहियाला में एक ऐसे क्लिनिक में गुप्त जांच की, जिसे मरीज "डॉ. रूथ" के नाम से जानते हैं. एक बेहद खराब हालत वाले होटल में चल रहे डॉ. रूथ के क्लिनिक में मरीजों का नकली अल्ट्रासाउंड किया जाता था. इनका इलाज भी बहुत महंगा होता था. इलाज की लागत 350,000 नाइरा ($205) तक होती थी. डिलीवरी की दवाएं 2 मिलियन नाइरा ($1,180) तक पहुंचती थी. कई मामलों में ये गरीब कुंवारी लड़कियों को सच में गर्भवती कर उनसे पैदा हुए बच्चे इलाज कराने वाली महिलाओं को दे दिए जाते थे. इसके साथ ही कई बार अनाथालयों से भी बच्चे चोरी कर इलाज कराने वाली महिलाओं को ये कहकर दिए जाते थे, ये उन्हीं के बच्चे हैं. 

Air India पायलट सुसाइड: 25 साल की सृष्टि ने क्यों की आत्महत्या? बॉयफ्रेंड पर लगे ये आरोप

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com