प्रचंड नेपाल के 39वें प्रधानमंत्री बन गए (फाइल फोटो)
काठमांडू:
माओवादी प्रमुख पुष्प दहल कमल 'प्रचंड' ने नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। एक दिन पहले ही देश के सांसदों ने प्रचंड को दूसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए चुना था।
राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने राष्ट्रपति भवन में सीपीएन-माओवादी सेंटर के 61 वर्षीय नेता को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। शपथ ग्रहण के साथ ही प्रचंड औपचारिक रूप से देश के 39वें प्रधानमंत्री बन गए हैं।
प्रचंड ने छह सदस्यीय कैबिनेट का गठन किया है, जिसमें दो उपप्रधानमंत्री शामिल हैं। नए कैबिनेट में उपप्रधानमंत्री माओवादी नेता कृष्ण बहादुर महरा के पास वित्त मंत्रालय, जबकि नेपाली कांग्रेस के नेता उपप्रधानमंत्री बिमलेंद्र निधि के पास गृह मंत्रालय है। राष्ट्रपति भंडारी ने दोनों उपप्रधानमंत्रियों को भी शपथ दिलायी।
तीन अन्य मंत्रियों को भी पद की शपथ दिलायी गई। नेपाली कांग्रेस के नेता रमेश लेखक को भौतिक योजना एवं परिवहन, जबकि माओवादी नेताओं दलजीत श्रीपली को युवा एवं खेल तथा गौरी शंकर चौधरी को कृषि मंत्रालय सौंपा गया है।
बुधवार को निर्वाचित होने के बाद प्रचंड ने समुदायों के बीच खायी को पाटने का प्रयास करते हुए देश को आर्थिक विकास की दिशा में आगे ले जाने का वादा किया था। प्रचंड दूसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने हैं। पहली बार 2008-09 में भी उन्होंने कुछ समय के लिए प्रधानमंत्री का पद संभाला था।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने राष्ट्रपति भवन में सीपीएन-माओवादी सेंटर के 61 वर्षीय नेता को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। शपथ ग्रहण के साथ ही प्रचंड औपचारिक रूप से देश के 39वें प्रधानमंत्री बन गए हैं।
प्रचंड ने छह सदस्यीय कैबिनेट का गठन किया है, जिसमें दो उपप्रधानमंत्री शामिल हैं। नए कैबिनेट में उपप्रधानमंत्री माओवादी नेता कृष्ण बहादुर महरा के पास वित्त मंत्रालय, जबकि नेपाली कांग्रेस के नेता उपप्रधानमंत्री बिमलेंद्र निधि के पास गृह मंत्रालय है। राष्ट्रपति भंडारी ने दोनों उपप्रधानमंत्रियों को भी शपथ दिलायी।
तीन अन्य मंत्रियों को भी पद की शपथ दिलायी गई। नेपाली कांग्रेस के नेता रमेश लेखक को भौतिक योजना एवं परिवहन, जबकि माओवादी नेताओं दलजीत श्रीपली को युवा एवं खेल तथा गौरी शंकर चौधरी को कृषि मंत्रालय सौंपा गया है।
बुधवार को निर्वाचित होने के बाद प्रचंड ने समुदायों के बीच खायी को पाटने का प्रयास करते हुए देश को आर्थिक विकास की दिशा में आगे ले जाने का वादा किया था। प्रचंड दूसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने हैं। पहली बार 2008-09 में भी उन्होंने कुछ समय के लिए प्रधानमंत्री का पद संभाला था।
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