अमेरिका में संसद भवन में दंगा करने वालों के समर्थन में आयोजित रैली को लेकर पुलिस मुस्तैद

कैपिटल पुलिस शनिवार को कैपिलट में होने वाली रैली को लेकर कोई ढिलाई बरतना नहीं चाहती. वे छह जनवरी को हुई हिंसा की पुनरावृत्ति नहीं होने देना चाहते.

अमेरिका में संसद भवन में दंगा करने वालों के समर्थन में आयोजित रैली को लेकर पुलिस मुस्तैद

प्रतीकात्मक तस्वीर.

वाशिंगटन:

अमेरिका में इस साल जनवरी में कैपिटल भवन (संसद भवन) परिसर में हिंसा के आरोप में जेल भेजे गए लोगों के समर्थन में शनिवार को प्रस्तावित रैली से पहले पुलिस ने तैयारियां पूरी कर ली हैं और अमेरिकी राष्ट्रीय गार्ड समेत आसपास के कानून प्रवर्तकों से भी मदद ली गयी है. कैपिटल पुलिस शनिवार को कैपिलट में होने वाली रैली को लेकर कोई ढिलाई बरतना नहीं चाहती. वे छह जनवरी को हुई हिंसा की पुनरावृत्ति नहीं होने देना चाहते. कैपिटल पुलिस प्रमुख टॉम मंगेर ने एक पत्रकार वार्ता में शुक्रवार को कहा कि शनिवार को होने वाली रैली में सभावित हिंसा की सूचनाएं सही हैं या नहीं यह कहना मुश्किल है लेकिन जनवरी में भी ऑनलाइन और अन्य स्थानों से इस तरह के संकेत मिले थे पर उनपर ध्यान नहीं दिया गया था.

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उन्होंने कहा कि प्रदर्शन में 700 लोगों को हिस्सा लेने की इजाजत दी गई है. मंगेर ने कहा कि उनका मानना है कि रैली के विरोध में भी लोग आ सकते हैं जिससे वहां पर संघर्ष होने की आशंका है. उन्होंने कहा कि पुलिस इस तरह के अंदेशों को लेकर भी तैयार है कि प्रदर्शनकारी हथियार लेकर पहुंच सकते हैं. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है कि रैली में कोई भी हथियार लाने की अनुमति नहीं है और वे इस आदेश का कतई उल्लंघन न करें.

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मंगेर ने कहा, “ हम हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे और हम किसी भी किस्म का आपराधिक व्यवहार सहन नहीं करेंगे.” गौरतलब है कि इस साल छह जनवरी को तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक उस समय संसद भवन में घुस गए थे जब मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत को प्रमाणित किया जा रहा था. उनका आरोप था कि पिछले साल नवंबर में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में धांधली हुई है. हिंसा के मामले में करीब 63 लोग जेल में है और 600 लोगों पर दंगा करने का आरोप लगाया गया था.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)