पढ़ेें इस सवाल-जवाब के सत्र की मुख्य बातें
- फेसबुक मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि लोगों से मिलना अच्छा लगता है। पिछले साल दिल्ली में काफी अच्छी चर्चा हुई।
- मैं चाहता हूं आप भारत और अपनी सोच के बारे में बताएं। एक बिलियन लोगों को भारत में इंटरनेट से जोड़ना बाकी है।
- मैं पीएम मोदी के सोशल मीडिया से जुड़े होने का प्रशंसक हूं। यह सीधा संवाद है।
- भविष्य में सभी नेताओं को अपने लोगों से ऐसे ही मिलना होगा, संवाद करना होगा।
- पिछली बार कैलिफोर्निया में 1982 में भारतीय पीएम आए थे।
- भारत में नेता ऑनलाइन हो रहे हैं। आपने भी लोगों को उत्साहित किया है।
- पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया जिससे जुड़ी है आज उससे मिलने का अवसर मिला। मार्क का धन्यवाद...
- विज्ञान और साइंस का नाता ऐसा हो सकता है आज मार्क ने बताया।
- अमेरिका में नौजवान कुछ करने के सपने देखता है। उसे कहते हैं एक बार भारत जाओ... फिर रास्ते के बारे में सोचो।
- यह काम केवल कंपनी के लिए पैसा कमाना नहीं है, लेकिन करोड़ों लोगों की आवाज बन गई है, तमाम लोगों की उम्मीद बन गई है। मार्ग का इस काम के लिए धन्यवाद...
- सवाल पूछा कि लोग भारत के पास उम्मीद से देख रहे हैं...
- जब आप भारत आए तो मंदिर में गए, आशा भरी नजर से आप कहां से कहां पहुंच गए...
- दुनिया की सभी रेटिंग एजेंसी भारत को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बता रही हैं।
- मेरा सपना है भारत की 20 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाना। एग्री, सर्विस और मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में ध्यान देना। सर्विस सेक्टर की ताकत बहुत हैं। अकेले टूरिज्म के क्षेत्र में भारत के पास अपार संभावनाएं हैं।
- आज विश्व काफी करीब आ गया है। इससे यहां पर जॉब बहुत है। यहां से क्वालिटी ऑफ लाइफ बदलेगी।
- पिछले डेढ़ साल में भारत के प्रति सभी के अंदर गर्व की भावना आई है। अगर 15 महीने में सबसे बड़ा काम हमारी सरकार ने किया है वह है खोए विश्वास को वापस लाना।
जुकरबर्ग ने कहा कई लोगों ने फोन से भी सवाल किए?
सवाल : क्या सोशल मीडिया से सरकार में मदद मिल सकती है?
जवाब : जब मैं इससे जुड़ा तब में राजनीति में नहीं था। जब जुड़ा तब तकनीक के प्रति रुचि थी। किताब के बजाय गाइड मिल जाए तो बेहतर है। मेरे लिए सोशल मीडिया ने गाइड का काम किया। जल्दी चीजें मिल जाती थीं। ज्यादा पढ़ा नहीं था, लेकिन उस कमी को सोशल मीडिया ने भर दिया। इससे मेरी विचार प्रक्रिया में काफी बदलाव आया। इससे पूरे विश्व को छूने का अवसर मिला। दुनिया ने मुझे जैसा हूं, वैस स्वीकारना शुरू कर दिया। यही सबसे खुशी की बात थी। इससे बड़ा आनंद कुछ नहीं। सोशल मीडिया में आप जैसे हैं लोग वैसे स्वीकारते हैं। जब मैं सरकार में आया तो सारे दरवाजे खुल गए। सरकार में सबसे बड़ी समस्या सरकार और जनता में काफी खाई रहती है। सोशल मीडिया के कारण डेली वोटिंग होती है।
- आज सोशल मीडिया से गलत करने से लोग डरते हैं। अब सोशल मीडिया लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत बन गया है। सभी सरकारों को इससे जुड़ना चाहिए। अच्छी सरकारें तब चलती हैं जब आपके पास रियलटाइम इंफॉर्मेशन सिस्टम हो। आज तुरंत लोगों से जवाब मिल जाता है। तुरंत सूचना मिल जाती है। रियलटाइम सूचना के लिए सोशल मीडिया सबसे बड़ा साधन है। इससे काम की गति को तेजी से बदला जा सकता है। इसने गवरनेंस में काफी बड़ा रोल अदा किया है।
- डिप्लोमेसी में भी सोशल मीडिया का रोल अहम है। यहां एक देश का नागरिक दूसरे देश के नागरिक से जुड़ता है। चीन में अलग तरह का सोशल मीडिया है लेकिन मैं वहां भी एक्टिव हूं। चाइना की वीबो पर मैंने वहां के पीएम के जन्मदिन पर बधाई दी। वहां पर यह एक न्यूज थी। वहां वह यह पोस्ट बहुत वायरल हुआ। इजराइल के पीएम को हिब्रू भाषा में शुभकामनाएं दीं... वह भी वाइरल हुई। उसका जवाब हिन्दी में धन्यवाद के रूप में आया। यह डिप्लोमेसी अच्छी है। विश्व परिवार के रूप में है और यह सोशल मीडिया एक कैटेलिस्ट के रूप में भूमिका अदा कर रहा है।
विवेक कश्यप - इंटरनेट पर जॉब की उम्मीद में आठ साल पहले मैं अमेरिका से भारत चला गया है। आप किस क्षेत्र में निवेश करेंगे जिससे भारत में कुछ बदले?
पीएम : आपका स्वागत है, आप भारत आए... भारत में दो बातों पर एक साथ बल देना पड़ेगा। एक फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर, दूसरा डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर... दोनों साथ में करना पड़ेगा... आज जितना महत्व हाईवे का है उतना ही आईवे का है। भारत में 6000 गांव हैं, करीब 2.5 लाख पंचायतें हैं। अगले पांच साल में इन सभी गांव को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ दूं। मानव संस्कृति का विकास हुआ है। पहले लोग नदी किनारे बसते थे... अब लोग हाईवे के पास बसने लगे हैं और आगे जहां से ऑप्टिकल फाइबर गुजरेगा लोग वहां पर बसेंगे। सरकार में तकनीक का प्रयोग बढ़ा है। यह हर प्रकार से जरूरी है। इससे सरकार का फायदा, देश का भी फायदा है। दुनिया में बहुत पैसा है। लोग पैसा लगाने की जगह ढूंढ रहे हैं, मैं उन्हें पता दे रहा हूं... यहां लगाएं।
दूसरा सवाल : मेक इन इंडिया सफल होगा?
पीएम : स्कूटर को घुमाने के लिए समय नहीं लगता लेकिन देश को घुमाने में समय लगता है। बदलाव होते हैं, समय लगता है, लेकिन असर जरूर दिखता है। 40 साल में 60 प्रतिशत लोगों के पास बैंक खाते नहीं थे। 180 मिलियन लोग के पास खाते नहीं थे। इस सरकार ने 100 दिनों में ये खाते खोले। स्पीड, स्केल, देखें यह बदलाव है। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत 140वें नंबर पर है। मैंने सभी स्टेट को बुलाया, रुकावट पर लिस्टिंग की। अब सभी राज्यों में कंपीटीशन है। आने वाले दिनों में नई रिपोर्ट में हम काफी ऊपर होंगे।
मेक इन इंडिया की सफलता का रहस्य यह है कि दुनिया की कोई कंपनी बंद नहीं होना चाहती। भारत में लो कॉस्ट मैनुफैक्चरिंग है। भारत में बाजार भी है... इसलिए यह कामयाब होगा। भारत स्वर्ग भूमि है। पिछले 15 महीने में अकेले अमेरिका से भारत में एफडीआई में 87 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। एफआईआई में भी बढ़ोतरी है। दुनिया में रीसेशन है लेकिन भारत में असर नहीं।
भारत में जो सुविधा है वह कहीं नहीं है, डेमोग्राफिक डिविडेंड, डेमोक्रेसी और डिमांड है... यही सब कुछ है। 1.25 बिलियन लोग हैं... डिरेगुलराइजेशन मैंने जोड़ दिया है। सरकार का काम बिजनेस में नहीं होता।
महिला और बच्चों के सशक्तिकरण के लिए क्या योजना है?
पीएम : दुनिया में भगवान की कल्पना सभी समाजों में है। लेकिन हर समाज में भगवान पुरुष ही हैं। अकेले भारत में स्त्री भगवान की कल्पना की गई है। हमारी संस्कृति में नारी के इस रूप की कल्पना की गई है। कुछ बदला है... समय के साथ। भारत को विकास करना है तो आधी आबादी को घर के बाहर निकालना होगा., उनकी भी विकास यात्रा में 100 प्रतिशत सहभागिता होनी चाहिए। आज भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य क्षेत्र में पुरुषों के लिए रिजर्वेशन करना पड़ेगा। शिक्षा क्षेत्र में महिलाएं आगे हैं.. स्वास्थ्य क्षेत्र में महिलाओं का कंट्रोल है। पिछले दिनों भारत सरकार ने महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण तय किया है। दुनिया में कई जगहों में महिलाओं को चुनाव जीतना मुश्किल है। लेकिन भारत में स्थानीय निकाय में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण है। संसद में भी भागीदारी के लिए आरक्षण के लिए बहस जारी है ताकि निर्णय प्रक्रिया में भी महिला की भागीदारी हो।
मार्क : परिवार बहुत जरूरी है। मेरे माता-पिता आपके कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए हैं। आपकी जिंदगी में मां अहम हैं... कुछ बताएं...
पीएम : हरेक के जीवन में गुरु और मां का काफी अहम रोल होता है। मैं गरीब परिवार से हूं... चाय बेचता था... दुनिया के इतने बड़े लोकतंत्र ने चाय बेचने वाले को अपना नेता माना। मैं 125 करोड़ भारत वासियों को नमन करता हूं जिन्होंने एक सामान्य व्यक्ति को अपना बना लिया।
भरे गले से उन्होंने बताया कि माताजी आज भी अपने सारे काम खुद करती हैं। पिता जी नहीं रहे। छोटे थे तो गुजारा करने के लिए वे दूसरों के घरों में बर्तन साफ करना, पानी भरना, मजदूरी करना जैसे काम किया करती थी। आप कल्पना कर सकते हैं कि एक मां ने अपने बच्चों को बड़ा करने के लिए कितना कष्ट उठाया होगा। ये नरेंद्र मोदी के केस में नहीं है। भारत में ऐसी लाखों माताएं हैं जिन्होंने अपने बच्चों के सपनों के लिए अपना पूरा जीवन आहूत कर दिया। इसलिए मैं सभी माताओं को शत् शत् वंदन करता हूं... उनके आशीर्वाद से हमें शक्ति दे और सही रास्ते पर रखे... मां हमेशा चाहती है कि आप कैसे बनो, आप कुछ भी बन जाओ यह नहीं सोचती।
जुकरबर्ग ने बदली अपनी प्रोफाइल पिक
आज ही जुकरबर्ग ने अपने फेसबुक पर प्रोफाइल पिक बदली है और कहा है कि यह भारत के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के समर्थन में किया है। आप भी देंखे तस्वीर...
फेसबुक पर एक पोस्ट में जुकरबर्ग ने लिखा था, "प्रधानमंत्री मोदी और मैं इस पर चर्चा करेंगे कि सामाजिक व आर्थिक चुनौतियों के समाधान के लिए समुदाय साथ मिलकर किस तरह काम करें।" जुकरबर्ग ने अपने पोस्ट के कमेंट सेक्शन में लोगों से सवाल डालने के लिए कहा था और कहा कि बैठक के दौरान जितना अधिक संभव हो सकेगा सवाल पूछेंगे।
उधर, पीएम मोदी के फेसबुक पेज पर भी तस्वीर बदली गई है। पीएम मोदी ने अपने संदेश में जुकरबर्ग का धन्यवाद भी दिया है कि उन्होंने डिजिटल इंडिया का समर्थन किया है। तिरंगे के बीच उनकी तस्वीर ये है...
सवाल-जवाब टाउनहॉल अमेरिकी समयानुसार सुबह 9.30 बजे शुरू हुआ, जबकि भारतीय समयानुसार रात 10 बजे से। जुकरबर्ग के फेसबुक पेज पर यह सीधा जारी हुआ। रविवार रात 10 बजे तक टाउनहॉल पोस्ट को 41,716 बार शेयर किया जा चुका है 7,21,842 लाइक्स मिले हैं और 46,076 कमेंट्स के जरिये 40 हजार से ज्यादा सवाल पूछे गए हैं। इसे कई वेबसाइटों पर प्रोमोट किया जा रहा था।
फेसबुक उपयोगकर्ताओं द्वारा पूछे गए अधिकांश सवाल आरक्षण विवाद को लेकर हैं। जबकि अन्य विकास संबंधी मुद्दों, युनिवर्सल इंटरनेट एक्सेस, सेंसरशिप, नेट निरपेक्षता व महिला अधिकार से संबंधित हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं