नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नवाज शरीफ को चुनावों में उनकी जीत पर बधाई दी और उन्हें परस्पर सुविधाजनक तारीख पर भारत आने का न्यौता भी दिया। इस जीत से शरीफ तीसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे।
असामान्य रूप से त्वरित प्रतिक्रिया में, जबकि पाकिस्तान में मतगणना चल ही रही थी, सिंह ने भारत पाकिस्तान संबंधों की नई दिशा तय करने के लिए उनके साथ काम करने की भारत की इच्छा भी जताई।
शरीफ को लिखे पत्र में प्रधानमंत्री सिंह ने कहा कि वह दोनों देशों के रिश्तों में नया अध्याय जोड़ने और नई नियति के लिए उनके और उनकी सरकार के साथ काम करने की प्रतीक्षा में हैं। इसके साथ ही उन्होंने शरीफ को सुविधाजनक समय पर भारत की यात्रा का न्यौता भी दिया। उन्होंने कहा कि भारत की जनता भी शांति, मित्रता और सहयोग से परिभाषित भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर आपकी सार्वजनिक रूप से स्पष्ट प्रतिबद्धता का स्वागत करती है।
पत्र में शरीफ को ‘प्रिय मियां साहब’ से संबोधित करने वाले सिंह ने पीएमएल एन की ‘शानदार जीत’ पर उन्हें तहेदिल से बधाई दी।
लाहौर में मीडिया से बात करते हुए शरीफ ने कहा कि वर्ष 1999 में पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ द्वारा तख्तापलट करने से पहले उन्होंने भारत के साथ शांति प्रक्रिया के लिए कड़ी मेहनत की थी। उन्होंने कहा, ‘हमने इसे जहां छोड़ा था, वहीं से आगे बढ़ेंगे। हम भारत के साथ बेहतर रिश्तों के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं ताकि शांतिपूर्ण तरीके से कश्मीर सहित अन्य मुद्दे सुलझें।’ चुनाव प्रचार के दौरान भी शरीफ ने यथाशीघ्र भारत की यात्रा करने की इच्छा जताई थी।
असामान्य रूप से त्वरित प्रतिक्रिया में, जबकि पाकिस्तान में मतगणना चल ही रही थी, सिंह ने भारत पाकिस्तान संबंधों की नई दिशा तय करने के लिए उनके साथ काम करने की भारत की इच्छा भी जताई।
शरीफ को लिखे पत्र में प्रधानमंत्री सिंह ने कहा कि वह दोनों देशों के रिश्तों में नया अध्याय जोड़ने और नई नियति के लिए उनके और उनकी सरकार के साथ काम करने की प्रतीक्षा में हैं। इसके साथ ही उन्होंने शरीफ को सुविधाजनक समय पर भारत की यात्रा का न्यौता भी दिया। उन्होंने कहा कि भारत की जनता भी शांति, मित्रता और सहयोग से परिभाषित भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर आपकी सार्वजनिक रूप से स्पष्ट प्रतिबद्धता का स्वागत करती है।
पत्र में शरीफ को ‘प्रिय मियां साहब’ से संबोधित करने वाले सिंह ने पीएमएल एन की ‘शानदार जीत’ पर उन्हें तहेदिल से बधाई दी।
लाहौर में मीडिया से बात करते हुए शरीफ ने कहा कि वर्ष 1999 में पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ द्वारा तख्तापलट करने से पहले उन्होंने भारत के साथ शांति प्रक्रिया के लिए कड़ी मेहनत की थी। उन्होंने कहा, ‘हमने इसे जहां छोड़ा था, वहीं से आगे बढ़ेंगे। हम भारत के साथ बेहतर रिश्तों के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं ताकि शांतिपूर्ण तरीके से कश्मीर सहित अन्य मुद्दे सुलझें।’ चुनाव प्रचार के दौरान भी शरीफ ने यथाशीघ्र भारत की यात्रा करने की इच्छा जताई थी।
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