पाकिस्तान वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 3.5 प्रतिशत का अपना वृद्धि दर लक्ष्य हासिल करने से चूक गया है और उसकी वृद्धि दर सिर्फ 2.38 प्रतिशत ही रही है. पाकिस्तान की सरकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
सरकार ने बजट पेश करने के एक दिन पहले वित्त वर्ष 2023-24 का आर्थिक समीक्षा जारी करते हुए कहा कि जुलाई 2023-जून 2024 के दौरान पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 2.38 प्रतिशत की दर से बढ़ी है. वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसे पेश किया.
समीक्षा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तविक जीडीपी लक्ष्य से कम रहने के बावजूद सरकार के विवेकपूर्ण नीति प्रबंधन और क्रमिक आर्थिक सुधारों के कारण सकारात्मक दायरे में आ गई. वित्त वर्ष 2022-23 में पाकिस्तान की जीडीपी की नकारात्मक वृद्धि रही थी.
यह वृद्धि निवर्तमान वर्ष के लिए अनुमानित लक्ष्य 3.5 प्रतिशत से कम रही और सरकार इसे हासिल करने में विफल रही, जिसका मुख्य कारण उद्योगों और सेवा क्षेत्रों का खराब प्रदर्शन था.
पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र ने 3.5 प्रतिशत के लक्ष्य के मुकाबले 6.25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर बाकी सभी क्षेत्रों से बेहतर प्रदर्शन किया है.
हालांकि, औद्योगिक विकास की वृद्धि दर सिर्फ 1.21 प्रतिशत रही. सेवा क्षेत्र ने भी 3.6 प्रतिशत लक्ष्य के मुकाबले 1.21 प्रतिशत की ही वृद्धि दर हासिल की.
औरंगजेब ने कहा, ‘‘कृषि क्षेत्र पिछले 19 वर्षों की सर्वाधिक वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि का प्रमुख जरिया बनकर उभरा है.''
आलोच्य अवधि में राजकोषीय घाटा 3.7 प्रतिशत दर्ज किया गया, जो पिछले वर्ष के समान ही है. इस दौरान पाकिस्तान का व्यापार घाटा 4.2 प्रतिशत पर रहा.
पाकिस्तान सरकार बुधवार को अगले वित्त वर्ष का बजट पेश करने वाली है. पाकिस्तान का वित्त वर्ष जुलाई से शुरू होकर जून तक चलता है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं