
- पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पीएम शहबाज शरीफ और सेना के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन लगातार जारी हैं.
- प्रदर्शनकारियों ने सेना द्वारा लगाए गए कंटेनरों को नदी में फेंक दिया तथा सैनिकों पर पत्थरबाजी की है.
- प्रदर्शन जेकेजएएसी के नेतृत्व में हो रहा है और यह क्षेत्र में हाल के दिनों का सबसे बड़ा विरोध माना जा रहा है.
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी PoK इस समय सुलग रहा है. बड़े पैमाने पर यहां पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. जनता का गुस्सा इस कदर भड़का है कि सेना को भी शायद थोड़ी घबराहट होने लगी है. मंगलवार को जो ताजा जानकारी आई, उसके अनुसार दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी है. जनता के गुस्से से बचने के लिए सेना ने पीओके में बड़े-बड़े कंटेनर्स तैनात कर दिए हैं. लेकिन ये सारे उपाय बेअसर साबित हो रहे हैं.
सेना पर हो रही पत्थरबाजी
पीओके में सेना ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए जो कंटेनर्स लगाए, उन्हें ही गुस्साई जनता ने नदी में फेंक दिया. पीओके में प्रदर्शनकारी बेकाबू हैं. प्रदर्शनकारियों की तरफ से पाकिस्तानी सैनिकों पर लगातार पत्थरबाजी हो रही है. साथ ही पुलिस की गाड़ियों को भी प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया है. पीओके में इन दिनों जो प्रदर्शन हो रहा है, उसे हाल के दिनों का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन बताया जा रहा है. प्रदर्शन का नेतृत्व जम्मू कश्मीर ज्वॉइन्ट अवामी एक्शन कमेटी (जेकेजएएसी) की तरफ से किया जा रहा है और पार्टी ने पूरे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन को हवा दी है.
#BREAKING: Pakistani forces today put containers in many parts of Pakistan Occupied Kashmir (PoK) to crush the civilian uprising. The protestors, thousands in number, managed to throw containers from the bridge into the river. Yesterday Pakistani forces killed 2 youth in PoK. pic.twitter.com/t3o5NLqrCi
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) September 30, 2025
काफी समय से नाराज थी जनता
विशेषज्ञों का कहना है कि पीओके के नागरिक काफी समय से उन्हें बुनियादी अधिकारों से वंचित किए जाने से नाराज थे. साथ ही पाकिस्तानी प्रशासन के खिलाफ लंबे समय से चली आ रही शिकायतों को नजरअंदाज करने से भी उनका गुस्सा भड़क गया है. अखबार द डॉन की खबर के अनुसार, पीओके में रविवार दोपहर से मोबाइल और इंटरनेट सर्विसेज बंद हैं. सूत्रों के मुताबिक, यह प्रतिबंध बुधवार तक जारी रह सकते हैं.
सोमवार को एक व्यक्ति की मौत
ज्वॉइन्ट मिलिट्री अस्पताल की तरफ से बताया गया है कि प्रदर्शनों के दौरान गोली लगने से एक क्रॉकरी दुकान के मालिक की इलाज के दौरान मौत हो गई. छर्रे लगने से घायल हुए एक अन्य दुकानदार ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने मजीद के काफिले को रास्ता देने के लिए जगह बनाने की कोशिश की थी. लेकिन उसके साथियों ने अपने वाहनों से बाहर आकर उन पर हमला कर दिया.
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