नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान की भारत को कश्मीर के मुद्दे पर बातचीत के लिए आमंत्रित करने की योजना है. प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
भारत द्वारा पाकिस्तान के साथ केवल पाक अधिकृत कश्मीर पर ही बात करने पर जोर देने के कुछ ही दिन बाद यह घटनाक्रम सामने आया है. अजीज ने यहां कहा, ‘‘हमारे विदेश सचिव इस संबंध में अपने समकक्ष को औपचारिक रूप से पत्र लिखेंगे.’’ वह मीडिया को पाकिस्तान की विदेश नीति चुनौतियों पर चर्चा और सिफारिशों के लिए 1-3 अगस्त के दौरान हुए पाकिस्तान के राजदूत सम्मेलन के बारे में जानकारी दे रहे थे.
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में कश्मीर की गंभीर स्थिति पर काफी देर तक चर्चा हुई. सम्मेलन में इस बात पर बल दिया गया कि पाकिस्तान को कश्मीरियों के स्वनिर्णय के अधिकार से जुड़े आंदोलन को राजनयिक, राजनीतिक और नैतिक समर्थन जारी रखना चाहिए. अजीज ने कहा कि सम्मेलन में उठायी गयी कई राजनयिक पहलों पर चर्चा हुई तथा यह तय किया गया कि पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे पर वार्ता के लिए भारत को न्यौता देना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘राजदूत सम्मेलन ने माना कि पाकिस्तान के साथ समग्र वार्ता नहीं करने की भारत की नीति दक्षिण एशिया में शांति के लिए अनुकूल नहीं है.’’ उनकी यह टिप्पणियां इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि दो दिन पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर मुद्दे पर संसद को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया था कि भारत पाकिस्तान के साथ सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर के मुद्दे पर ही बात करेगा और जम्मू कश्मीर पर चर्चा करने का सवाल ही पैदा नहीं होता.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारत द्वारा पाकिस्तान के साथ केवल पाक अधिकृत कश्मीर पर ही बात करने पर जोर देने के कुछ ही दिन बाद यह घटनाक्रम सामने आया है. अजीज ने यहां कहा, ‘‘हमारे विदेश सचिव इस संबंध में अपने समकक्ष को औपचारिक रूप से पत्र लिखेंगे.’’ वह मीडिया को पाकिस्तान की विदेश नीति चुनौतियों पर चर्चा और सिफारिशों के लिए 1-3 अगस्त के दौरान हुए पाकिस्तान के राजदूत सम्मेलन के बारे में जानकारी दे रहे थे.
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में कश्मीर की गंभीर स्थिति पर काफी देर तक चर्चा हुई. सम्मेलन में इस बात पर बल दिया गया कि पाकिस्तान को कश्मीरियों के स्वनिर्णय के अधिकार से जुड़े आंदोलन को राजनयिक, राजनीतिक और नैतिक समर्थन जारी रखना चाहिए. अजीज ने कहा कि सम्मेलन में उठायी गयी कई राजनयिक पहलों पर चर्चा हुई तथा यह तय किया गया कि पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे पर वार्ता के लिए भारत को न्यौता देना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘राजदूत सम्मेलन ने माना कि पाकिस्तान के साथ समग्र वार्ता नहीं करने की भारत की नीति दक्षिण एशिया में शांति के लिए अनुकूल नहीं है.’’ उनकी यह टिप्पणियां इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि दो दिन पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर मुद्दे पर संसद को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया था कि भारत पाकिस्तान के साथ सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर के मुद्दे पर ही बात करेगा और जम्मू कश्मीर पर चर्चा करने का सवाल ही पैदा नहीं होता.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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