अब्दुल बासित (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सियाचिन के बहादुर लांस नायक हनमनथप्पा कोप्पड़ के निधन के बीच, पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि सियाचिन से आपसी सहमति से जवानों को हटाकर उसके तथा भारत के बीच सियाचिन मुद्दे का ‘‘तत्काल’’ समाधान निकालने का समय आ गया है ताकि यह सुनिश्चित हो कि ग्लेशियर पर विषम परिस्थितियों के कारण और जानें नहीं जाएं।
सियाचिन में 19600 फुट की ऊंचाई पर चौकी के हिमस्खलन से प्रभावित होने के बाद छह दिन तक टनों बर्फ में दबे रहने के बाद तीन दिन पहले जिंदा निकाले जाने के बाद कोप्पड़ को सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया था और लेकिन उनका निधन हो गया।
पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र महासभा में उनके प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा सियाचिन से जवानों को आपसी सहमति से हटाने के प्रस्ताव के संदर्भ में कहा, ‘‘ये हादसे बातचीत के जरिये शांतिपूर्ण तरीकों से जल्दी इस मसले के समाधान की जरूरत पर बल देते हैं।’’
बासित ने कहा, ‘‘इसलिए हमें मजबूती से लगता है कि यह सुनिश्चित करने का समय आ गया है कि सियाचिन में विषम परिस्थितियों के कारण और जानें नहीं जाएं।’’
सियाचिन में 19600 फुट की ऊंचाई पर चौकी के हिमस्खलन से प्रभावित होने के बाद छह दिन तक टनों बर्फ में दबे रहने के बाद तीन दिन पहले जिंदा निकाले जाने के बाद कोप्पड़ को सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया था और लेकिन उनका निधन हो गया।
पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र महासभा में उनके प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा सियाचिन से जवानों को आपसी सहमति से हटाने के प्रस्ताव के संदर्भ में कहा, ‘‘ये हादसे बातचीत के जरिये शांतिपूर्ण तरीकों से जल्दी इस मसले के समाधान की जरूरत पर बल देते हैं।’’
बासित ने कहा, ‘‘इसलिए हमें मजबूती से लगता है कि यह सुनिश्चित करने का समय आ गया है कि सियाचिन में विषम परिस्थितियों के कारण और जानें नहीं जाएं।’’
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