कराची:
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की संस्थापक सदस्य जेहरा शाहिद हुसैन की उनके घर के बाहर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। कराची के एक निर्वाचन क्षेत्र के लिए होने वाले पुनर्मतदान से एक दिन पहले यह घटना हुई।
डिफेंस फेज चार इलाके में शनिवार रात 60-वर्षीय जेहरा को दो अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मार दी। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। जेहरा को पार्टी कार्यकर्ता मां समान मानते थे। वह पार्टी की केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की सदस्य और सिंध शाखा की उपाध्यक्ष थीं।
हत्यारे घटना के बाद मोटरसाइकिल पर सवार होकर घटनास्थल से फरार हो गए। एक पुलिस अधिकारी ने जियो न्यूज को बताया, हमलावरों ने जेहरा के घर के दरवाजे के सामने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। जाहिर तौर पर वह वहां उन्हें ही निशाना बनाने आए थे।
पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और राजनेता इमरान खान ने घटना के तुरंत बाद एमक्यूएम पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ हुसैन को हत्या का जिम्मेदार ठहराया है। अस्पताल में भर्ती इमरान ने एक बयान में कहा, मैं हत्या के लिए अल्ताफ हुसैन को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराता हूं, क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं और नेताओं को धमकियां दी थी।
इमरान ने कहा कि हुसैन 11 मई को चुनावों के बाद से उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को धमकियां दे रहे थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह दो पहलुओं से मामले की जांच कर रहे हैं, कि क्या यह लक्ष्य बनाकर किया गया हमला था या फिर यह लूटपाट की घटना की जानलेवा प्रतिक्रिया थी।
डिफेंस फेज चार इलाके में शनिवार रात 60-वर्षीय जेहरा को दो अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मार दी। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। जेहरा को पार्टी कार्यकर्ता मां समान मानते थे। वह पार्टी की केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की सदस्य और सिंध शाखा की उपाध्यक्ष थीं।
हत्यारे घटना के बाद मोटरसाइकिल पर सवार होकर घटनास्थल से फरार हो गए। एक पुलिस अधिकारी ने जियो न्यूज को बताया, हमलावरों ने जेहरा के घर के दरवाजे के सामने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। जाहिर तौर पर वह वहां उन्हें ही निशाना बनाने आए थे।
पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और राजनेता इमरान खान ने घटना के तुरंत बाद एमक्यूएम पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ हुसैन को हत्या का जिम्मेदार ठहराया है। अस्पताल में भर्ती इमरान ने एक बयान में कहा, मैं हत्या के लिए अल्ताफ हुसैन को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराता हूं, क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं और नेताओं को धमकियां दी थी।
इमरान ने कहा कि हुसैन 11 मई को चुनावों के बाद से उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को धमकियां दे रहे थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह दो पहलुओं से मामले की जांच कर रहे हैं, कि क्या यह लक्ष्य बनाकर किया गया हमला था या फिर यह लूटपाट की घटना की जानलेवा प्रतिक्रिया थी।
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