पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान इन दिनों दुनियाभर में सुर्खियां बटोर रहे हैं. उनकी मुसीबतें कम होने की बजाय लगातार बढ़ती जा रही है. इस बीच पाकिस्तान की सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने इमरान खान को राजनेता नहीं बल्कि आतंकवादी करार दिया. उन्होंने कहा कि इमरान खान एक राजनेता नहीं बल्कि एक आतंकवादी हैं. सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा कि जमान पार्क निवास आतंकवादियों का एक बंकर और पेट्रोल बम की प्रयोगशाला है.
रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए औरंगजेब ने आरोप लगाया कि पिछले साल अप्रैल में सत्ता गंवाने के बाद इमरान खान पागल हो गए, जो राज्य की संस्था पर हमला कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि पुलिस का मुख्य काम अदालतों को सुरक्षा प्रदान करना है जो न्याय की संरक्षक हैं लेकिन अगर राज्य, न्यायपालिका और सुरक्षा प्रवर्तकों के अधिकार से समझौता किया जाएगा, तो देश में गृहयुद्ध छिड़ जाएगा.
संघीय मंत्री के अनुसार, अगर इमरान को कानून का उल्लंघन करने की अनुमति दी गई, तो गिरोह, गुंडे और आतंकवादी हर गली से निकलेंगे और अदालतों और पुलिस पर हमला करेंगे. "यदि आप सोचते हैं कि एक 'लाडले' को संरक्षण और यह रियायत देने से इस देश में कानून का शासन होगा, तो आप गलत हैं." उन्होंने आगे कहा कि अदालतें पिछले साल 23 अगस्त से एक व्यक्ति को समन कर रही हैं, लेकिन वह पेश नहीं हुए और जब अदालत ने गिरफ्तार करने और पेश करने का आदेश दिया, तो उन्होंने अपने अनुयायियों को न्यायपालिका पर हमला करने के लिए उकसाया.
मरियम ने आगे कहा कि देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था कि किसी अपराधी को अदालत में बुलाया गया हो और उसे अपनी कार से हाज़िरी देने की सुविधा प्रदान की गई हो. "इमरान खान, जिन्होंने [लगभग] चार साल तक इस देश पर शासन किया और प्रभुत्व जमाया, राजनीतिक हिसाब चुकता करने के लिए सभी राजनीतिक विरोधियों को मौत की कोठरी में डाल दिया. उन्होंने राजनीतिक विरोधियों की बहन-बेटियों को भी नहीं बख्शा और उन्हें अस्पताल के बिस्तर से भी गिरफ़्तार करवा दिया."
पीएमएल-एन नेता ने आगे कहा कि इमरान खान ने अपने कुशासन के दौरान राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया, लोगों को बेरोजगार कर दिया और उन्हें दो वक्त के खाने से भी वंचित कर दिया. उनका यह बयान बयान पूर्व प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी को लेकर पीटीआई के अध्यक्ष के जमान पार्क स्थित आवास पर हंगामे के बाद आया है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले, पाकिस्तान की एक अदालत ने शनिवार को तोशखाना मामले में खान के गिरफ्तारी वारंट को रद्द कर दिया और सुनवाई 30 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी.
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