नकदी संकट से जूझता पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund या IMF) वार्ता के अंतिम दिन भी अहम बेलआउट पैकेज को लेकर समझौते पर पहुंचने में विफल रहे. यह जानकार स्थानीय मीडिया ने दी है. हालांकि पाकिस्तान के वित्त सचिव को अब भी उम्मीद है कि लगातार बढ़ती मुद्रास्फीति और कच्चे औद्योगिक सामान की किल्लत के बावजूद दिवालियापन से बचने के लिए समझौता जल्द ही हो जाएगा.
निजी चैनल जियो न्यूज़ (Geo News) के मुताबिक, वित्त सचिव हामिद शेख ने कहा, "पहले से उठाए जाने कदमों को लेकर IMF के साथ एक समझौता पहले ही किया जा चुका है..."
पाकिस्तान के सरकारी टेलीविज़न चैनल ने वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले से बताया कि कुछ मुद्दों पर अभी चर्चा होना बाकी है. PTV के अनुसार, हालांकि IMF का शिष्टमंडल 10 दिन की वार्ता के बाद शुक्रवार को मुल्क छोड़ देगा.
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बेहद बुरे हाल से गुज़ररही है. भुगतान संकट बहुत बड़ा हो गया है, क्योंकि राजनैतिक उथल-पुथल और बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था के बीच बाहरी कर्ज़ों का बोझ बढ़ता जा रहा है.
IMF का शिष्टमंडल पिछले सप्ताह इस्लामाबाद आया था, ताकि बुरे हालात से निपटा जा सके, जिन्हें पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने 'कल्पना से परे' करार दिया था.
IMF के साथ पहले से जारी बेलआउट समझौते के तहत मिलने वाली ताज़ातरीन किश्त कई महीनों से रुकी हुई है, और सरकार मित्र देशों से मदद मांग रही है, ताकि सिर पर चुनाव होने के हालात में IMF की देनदारियों से पैदा होने वाली दर्दनाक स्थिति से बचा जा सके.
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