इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के ऐतिहासिक आम चुनाव में नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग एन 272 सीटों पर हुए चुनाव में 122 सीटों पर जीत हासिल कर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को बताया कि पीएमएल-एन के दो प्रतिद्वंद्वी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ उससे काफी पीछे क्रमश: 31 और 26 सीटें जीत पाए हैं।
इससे पूर्व, मतों की गिनती से मिले रुझानों से पता चला था कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी करीब 125 सीटें हासिल करने जा रही है।
संसद में साधारण बहुमत के लिए प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित 137 सीटों की जरूरत है और उम्मीद है कि पीएमएल-एन एक या दो छोटे दलों तथा निर्दलीयों के सहयोग से केंद्र में सरकार बनाएगी।
पिछली पीपीपी सरकार में महत्वपूर्ण सहयोगी रही मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट को 16 सीटें मिली हैं जबकि मौलाना फजलुर रहमान की जमियत उलेमा-ए-इस्लाम को नेशनल असेम्बली में दस सीटें मिली हैं।
जमात-ए-इस्लामी तथा पीएमएल-एफ ने तीन-तीन सीटें जीती हैं जबकि पश्तूनख्वा मिली अवामी पार्टी तथा नेशनल पीपुल्स पार्टी ने दो-दो सीटें हासिल की हैं।
द अवामी नेशनल पार्टी, कौमी वतन पार्टी शेरपाओ, अवामी जम्हूरी इत्तेहाद पाकिस्तान, परवेज मुशर्रफ की ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग, अवामी मुस्लिम लीग, बलूचिस्तान नेशनल पार्टी, नेशनल पार्टी तथा पीएमएल जेड ने एक-एक सीट जीती है। निर्दलीय उम्मीदवारों ने 25 सीटों पर कब्जा जमाया है।
निर्वाचन आयोग ने यह कहते हुए केवल 250 सीटों पर परिणामों की घोषणा की है कि बलूचिस्तान, पंजाब तथा सिंध प्रांतों एवं कबाइली इलाकों से 18 सीटों के परिणाम आने बाकी हैं। आयोग ने यह भी कहा है कि एक निर्वाचन क्षेत्र में कई मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान होगा जबकि तीन सीटों पर विभिन्न कारणों से चुनाव नहीं हुआ है जिनमें एक सीट पर उम्मीदवार की मौत के चलते मतदान स्थगित किया गया।
साधारण बहुमत हासिल करने के लिए नेशनल असेम्बली में किसी पार्टी या गठबंधन को 272 प्रत्यक्ष निर्वाचित सीटों में से 137 की जरूरत होगी। देश में 11 मई को आम चुनाव हुए थे।
महिलाओं और गैर-मुस्लिमों के लिए आरक्षित अन्य 70 सीटों को विभिन्न दलों को उनके चुनावी प्रदर्शन के आधार पर आवंटित किया जाएगा।
342 सदस्य नेशनल असेम्बली में बहुमत के लिए एक पार्टी या गठबंधन को 172 सीटों की जरूरत होगी। सीनेट या संसद के उपरी सदन पर इस समय पीपीपी का नियंत्रण है।
निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को बताया कि पीएमएल-एन के दो प्रतिद्वंद्वी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ उससे काफी पीछे क्रमश: 31 और 26 सीटें जीत पाए हैं।
इससे पूर्व, मतों की गिनती से मिले रुझानों से पता चला था कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी करीब 125 सीटें हासिल करने जा रही है।
संसद में साधारण बहुमत के लिए प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित 137 सीटों की जरूरत है और उम्मीद है कि पीएमएल-एन एक या दो छोटे दलों तथा निर्दलीयों के सहयोग से केंद्र में सरकार बनाएगी।
पिछली पीपीपी सरकार में महत्वपूर्ण सहयोगी रही मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट को 16 सीटें मिली हैं जबकि मौलाना फजलुर रहमान की जमियत उलेमा-ए-इस्लाम को नेशनल असेम्बली में दस सीटें मिली हैं।
जमात-ए-इस्लामी तथा पीएमएल-एफ ने तीन-तीन सीटें जीती हैं जबकि पश्तूनख्वा मिली अवामी पार्टी तथा नेशनल पीपुल्स पार्टी ने दो-दो सीटें हासिल की हैं।
द अवामी नेशनल पार्टी, कौमी वतन पार्टी शेरपाओ, अवामी जम्हूरी इत्तेहाद पाकिस्तान, परवेज मुशर्रफ की ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग, अवामी मुस्लिम लीग, बलूचिस्तान नेशनल पार्टी, नेशनल पार्टी तथा पीएमएल जेड ने एक-एक सीट जीती है। निर्दलीय उम्मीदवारों ने 25 सीटों पर कब्जा जमाया है।
निर्वाचन आयोग ने यह कहते हुए केवल 250 सीटों पर परिणामों की घोषणा की है कि बलूचिस्तान, पंजाब तथा सिंध प्रांतों एवं कबाइली इलाकों से 18 सीटों के परिणाम आने बाकी हैं। आयोग ने यह भी कहा है कि एक निर्वाचन क्षेत्र में कई मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान होगा जबकि तीन सीटों पर विभिन्न कारणों से चुनाव नहीं हुआ है जिनमें एक सीट पर उम्मीदवार की मौत के चलते मतदान स्थगित किया गया।
साधारण बहुमत हासिल करने के लिए नेशनल असेम्बली में किसी पार्टी या गठबंधन को 272 प्रत्यक्ष निर्वाचित सीटों में से 137 की जरूरत होगी। देश में 11 मई को आम चुनाव हुए थे।
महिलाओं और गैर-मुस्लिमों के लिए आरक्षित अन्य 70 सीटों को विभिन्न दलों को उनके चुनावी प्रदर्शन के आधार पर आवंटित किया जाएगा।
342 सदस्य नेशनल असेम्बली में बहुमत के लिए एक पार्टी या गठबंधन को 172 सीटों की जरूरत होगी। सीनेट या संसद के उपरी सदन पर इस समय पीपीपी का नियंत्रण है।
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