बलोच लिब्रेशन आर्मी ने जारी किया ट्रेन हाईजैक का वीडियो
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ट्रेन हाइजैक संकट ने पाकिस्तानी सेना को घुटनों पर ला दिया है. 30 घंटे बाद भी जाफर एक्सप्रेस सुरंग में कैद है. बंधक बनाए गए 190 यात्री किसी तरह छूट गए हैं, लेकिन अभी भी दर्जनों यात्री ट्रेन में फंसे हैं. पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से तरह-तरह की खबरें आ रही हैं. यह भी बताया जा रहा है कि कुछ बलूच आतंकवादी फिदायीन तैयारी के साथ ट्रेन में हैं और उन्होंने यात्रियों को ढाल बना लिया है. इस बीच बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए पाकिस्तान को चिढ़ाने वाला वीडियो जारी किया है. वीडियो में वह सीन कैद है, जब ट्रेन की पटरी में ब्लास्ट कर उसे रोका गया. वीडियो में जाफर एक्सप्रेस के सामने एक धमाका और उसके बाद काला धुआं उठता दिखाई दे रहा है. वीडियो को देखकर लग रहा है कि यह काफी दूर से शूट किया गया है. 1 मिनट 23 सेकंड के धुंधले फुटेज में यात्री पहाड़ के पास जमीन पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं, आतंकी बंदूक थामे उन पर नजर रख रहे हैं. यह वीडियो दरअसल पाकिस्तान के हुक्मरानों के लिए बलूच विद्रोहियों की एक चुनौती भी है कि पूरी तैयारी के साथ कैसे इस ट्रेन अपहरण कांड को अंजाम दिया गया, इस वीडियो के जरिए यह मैसेज देने की कोशिश की गई है .

करीब डेढ़ मिनट के इस वीडियो में क्वेटा के बंजर पहाड़ों के बीच बलोच लिबरेशन आर्मी के उग्रवादी बंदूक उठाए घूमते दिखाई दे रहे हैं, जबकि कुछ लोगों का झुंड ट्रेन के बाहर बैठा दिख रहा है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह वे यात्री हैं, जो ट्रेन से बाहर आ गए थे. बलूच आतंकवादी उनको घेरे हुए हैं. यह फुटेज बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे के आसपास की है, जब ट्रेन का अपहरण किया गया, लेकिन 30 घंटे बाद भी पाकिस्तान की सेना अपना पूरा जोर लगाने के बावजूद ट्रेन को छुड़ा नहीं पाई. अभी तक की मुठभेड़ में पाक सुरक्षाबलों ने कम से कम 30 आतंकवादियों को मार गिराया है. पाकिस्तान के सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि बचाव अभियान के दौरान 37 यात्री घायल हुए हैं.

नौ डिब्बों में लगभग 500 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी, तभी हथियारबंद हमलावरों ने मंगलवार दोपहर को बोलान इलाके में पीरू कुनरी और गुदलार के पहाड़ी इलाकों के पास एक सुरंग में उसे रोक लिया. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने बाद में इस हमले की जिम्मेदारी ली. बोलान क्वेटा और सिबी के बीच 100 किलोमीटर से अधिक लंबा पहाड़ी इलाका है. इस इलाके में 17 सुरंगें हैं, जिनसे होकर रेलवे पटरी गुजरती है. दुर्गम इलाका होने की वजह से यहां ट्रेन की गति अक्सर धीमी रहती है.
आत्मघाती जैकेट पहने हुए हैं बलूच आतंकी!
सुरक्षा सूत्रों ने पुष्टि की है कि आतंकवादियों के साथ जारी मुठभेड़ के दौरान वे महिलाओं और बच्चों सहित 190 यात्रियों को बचाने में सफल रहे. सुरक्षाबलों ने अब तक कम से कम 30 आतंकवादियों को मार गिराया है. सुरक्षा सूत्रों के अनुसार आतंकवादियों ने आत्मघाती जैकेट पहने हमलावरों को कुछ निर्दोष बंधकों के बहुत करीब खड़ा कर दिया है. उन्होंने बताया कि संभावित हार की आशंका में आतंकवादी निर्दोष लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और आत्मघाती हमलावरों ने तीन अलग-अलग स्थानों पर महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया है.

सुरंग को घेरा गया
आत्मघाती हमलावरों के पास महिलाओं और बच्चों की मौजूदगी के कारण अभियान को अत्यंत सावधानी के साथ आगे बढ़ाया गया जा रहा है. सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि शेष आतंकवादियों को मार गिराने के लिए सुरक्षा बलों का अभियान जारी है. एक सूत्र कहा कि आतंकवादियों ने अंधेरे का लाभ उठा कर भागने के लिए अब छोटे-छोटे समूह बना लिए हैं, लेकिन सुरक्षाबलों ने सुरंग को घेर लिया है और शेष यात्रियों को भी जल्द ही बचा लिया जाएगा. पाकिस्तानी मीडिया ने उस सुरंग के पास भीषण गोलीबारी और विस्फोट की खबर दी है, जहां आतंकवादियों ने ट्रेन पर हमला किया. इस बीच, पाकिस्तान रेलवे ने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आपातकालीन डेस्क स्थापित की है क्योंकि चिंतित रिश्तेदार अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पहुंच रहे हैं.

बलोच विद्रोहियों का दावा
विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने महिलाओं और बच्चों को मुक्त कर दिया है, लेकिन अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया और गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा कि बंधकों को सुरक्षा बलों ने छुड़ाया है. जिस इलाके में ट्रेन को रोका गया है, वहां के जिला पुलिस अधिकारी राणा मोहम्मद दिलावर ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है, लेकिन ऐसी खबरें हैं कि आतंकवादियों ने कुछ महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया है. उन्होंने बताया कि ट्रेन में करीब चार से पांच सरकारी अधिकारी सवार थे. पेशावर रेलवे स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी तारिक महमूद ने कहा कि लोगों को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.
बीएलए ने दावा किया कि उसने ट्रेन को पटरी से उतारकर उसे अपने काबू में कर लिया, समूह ने कहा कि उसने छह सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी है. बीएलए ने एक बयान में चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान की सेना कोई अभियान चलाती है, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा. इस समूह पर पाकिस्तान, ब्रिटेन और अमेरिका में प्रतिबंध है. बलूचिस्तान में पिछले एक साल में आतंकवादी हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है. पिछले वर्ष नवंबर में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया था जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी और 62 अन्य घायल हो गए थे. इसके बाद रेलवे ने कई सेवाएं स्थगित कर दी थीं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं