
कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को बैकफुट पर भेजने की कवायद शुरू कर दी है. चाहे अमेरिका हो या रूस, दुनियाभर की शक्तियां भारत के साथ और आतंकवाद के खिलाफ खड़ी हैं. अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने गुरुवार, 24 अप्रैल को फिर से स्पष्ट किया कि अमेरिका ने पहलगाम आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान किया है. हालांकि जिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में टैमी ब्रूस आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ चट्टान की तरह अमेरिका के खड़ी होने की बात बता रही थीं, वहां मौजूद एक पाकिस्तानी पत्रकार ने खुराफाती सवाल भी पूछने की कोशिश की. इसपर उसे उल्टी मुंह की खानी पड़ी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या हुआ?
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, ब्रूस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका भारत के साथ खड़ा है और सभी प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता है.
प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान एक पाकिस्तानी पत्रकार ने टैमी ब्रूस से सवाल किया, “जैसा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में कश्मीर मुद्दे पर भारत-पाक के बीच मध्यस्थता करने की बात कही थी, इस बार भी टेंशन ज्यादा है..”
VIDEO | US Department of State spokesperson Tammy Bruce (@statedeptspox) shuns Pak journalist over Pahalgam terror attack, says "I am not going to be remarking; as I have mentioned, I appreciate this and the press will comeback to you with another subject. I will say nothing more… pic.twitter.com/dnCsNW6O3v
— Press Trust of India (@PTI_News) April 25, 2025
इससे पहले की पत्रकार अपना सवाल पूरा कर पाता, टैमी ब्रूस ने सवाल को बीच में ही काटते हुए कहा, "मैं इसपर कोई टिप्पणी नहीं करने जा रही हूं; जैसा कि मैंने उल्लेख किया है, मैं इसे एप्रिशिएट करती हूं और प्रेस किसी दूसरे विषय के साथ आपके पास वापस आएगी. मैं उस स्थिति पर और कुछ नहीं कहूंगी. राष्ट्रपति और सेक्रेटरी ऑफ स्टेट ने भी कहा है और साथ ही डिप्टी सेक्रेटरी ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है."
गौरतलब है कि आतंकवादियों ने मंगलवार को पहलगाम के बैसरान मैदान में पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए. यह 2019 पुलवामा हमले के बाद से घाटी में सबसे घातक हमलों में से एक है, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए थे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं