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किम जोंग अब नहीं सुनाएंगे भूतों की आवाज! दो दुश्मन देशों के बीच 1 साल क्यों चला ‘लाउडस्पीकर वॉर’

कट्टर दुश्मनों के बीच बढ़ते प्रोपेगैंड वॉर के हिस्से के रूप में, नॉर्थ कोरिया पिछले साल से साउथ कोरिया से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों में एक डरावनी फिल्मों का साउंडट्रैक बजाता था.

किम जोंग अब नहीं सुनाएंगे भूतों की आवाज! दो दुश्मन देशों के बीच 1 साल क्यों चला ‘लाउडस्पीकर वॉर’
किम जोंग अब नहीं सुनाएंगे भूतों की आवाज! (प्रतिकात्मक फोटो)

दो जानी दुश्मन देशों के बीच हमने गोली, बमों और टैकों की लड़ाई सुनी और देखी है. लेकिन क्या आपने कभी ऐसे दो देशों के बीच लाउडस्पीकर वॉर सुना है? साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया के बीच पिछले एक साल से ये लाउडस्पीकर वॉर चल रहा था और आखिरकार वो खत्म होता दिख रहा है. साउथ कोरिया की सेना ने गुरुवार, 12 जून को कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि नॉर्थ कोरिया ने बॉर्डर पर अजीब और परेशान करने वाली आवाजों को ब्रॉडकास्ट करना बंद कर दिया है. नॉर्थ कोरिया की यह नरमी उस समय आयी है जब एक दिन पहले ही साउथ कोरिया ने खुद नॉर्थ कोरिया की ओर अपने लाउडस्पीकर प्रचार को बंद कर दिया था.

नॉर्थ कोरिया बॉर्डर पर बजा रहा था भूतों की आवाज

कट्टर दुश्मनों के बीच बढ़ते प्रोपेगैंड वॉर के हिस्से के रूप में, नॉर्थ कोरिया पिछले साल से साउथ कोरिया से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों में एक डरावनी फिल्मों का साउंडट्रैक बजाता था. नॉर्थ कोरिया ने इसके साथ-साथ साउथ कोरिया की ओर उड़ाकर कचरे से भरे गुब्बारों की बौछार भी की थी. जवाब में साउथ कोरिया अपना लाउडस्पीकर लगाकर नॉर्थ कोरिया की तरफ न सिर्फ के-पॉप गाने बजा रहा था बल्कि तेज-तेज न्यूज रिपोर्ट भी सुनाता था.

लेकिन अब साउथ कोरिया में नए राष्ट्रपति ली जे-म्युंग आ गए हैं जिन्होंने पूराने राष्ट्रपति की जगह ली है, जिन्हें असफल मार्शल लॉ घोषणा पर महाभियोग चलाए जाने के बाद पद से हटा दिया गया है. नए राष्ट्रपति ने "विश्वास बहाल करने" के लिए अपनी सेना को आदेश दिया कि वो अपने तरफ से लाउडस्पीकर को बंद कर दे. बुधवार को यह आदेश लागू हो गया. 

अब साउथ कोरिया की सेना ने गुरुवार को एक बयान में कहा, "आज, ऐसा कोई क्षेत्र नहीं था जहां साउथ में नॉर्थ कोरिया का शोर सुना गया हो.. सेना नॉर्थ कोरिया में संबंधित रुझानों पर बारीकी से नजर रख रही है."

गौरतलब है कि दोनों कोरियाई देशों के बीच संबंध वर्षों में सबसे निचले स्तर पर हैं. साउथ कोरिया ने किम जोंग उन के देश के प्रति सख्त रुख अपनाया है. नॉर्थ कोरिया यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर मास्को के और भी करीब आ गया है और साउथ कोरिया अपनी तरफ से कोई गलती नहीं करना चाहता है.

नए राष्ट्रपति बदलना चाह रहे हालात

साउथ कोरिया के नए राष्ट्रपति ने नॉर्थ कोरिया के साथ संबंधों में सुधार करने और प्रायद्वीप पर तनाव कम करने की कसम खाई है. पिछले साल नॉर्थ कोरिया ने इसके साथ-साथ साउथ कोरिया की ओर उड़ाकर कचरे से भरे गुब्बारों की बौछार भी की थी. जवाब में साउथ कोरिया ने लाउडस्पीकर प्रसारण शुरू किया था जिसे अब रोक दिया गया है. नॉर्थ कोरिया ने दावा किया कि गुब्बारे - जिनमें टॉयलेट पेपर और अन्य कचरा था - साउथ कोरिया में कार्यकर्ताओं द्वारा किम जोंग उन विरोधी प्रचार के लिए नॉर्थ कोरिया की ओर उड़ाए गए मैसेज का बदला था.

इसके तुरंत बाद नॉर्थ कोरिया ने अपना स्वयं का प्रचार प्रसारण भी शुरू कर दिया था, जिससे अजीब और भयानक आवाजें - जैसे कि डरावना संगीत और बम फटने जैसी आवाजें - भेजी जा रही थी. लेकिन अब ये आवाजें बंद कर दी गई हैं.

गंगवा द्वीप पर, जो नॉर्थ कोरिया के बॉर्डर के करीब है, वहां ये अजीब आवाजें आखिरी बार बुधवार शाम लगभग 6:00 बजे (स्थानिय समयानुसार) सुनी गईं, इसके काउंटी पार्षद पार्क ह्युंग-योल ने एएफपी को बताया. एक अन्य गंगवा निवासी एन मि-ही ने एएफपी को बताया, "मैं कल रात बहुत अच्छी नींद सोया. मैं इतने लंबे समय तक ऐसा नहीं कर पाया."

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