
उत्तर कोरिया ने इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया (फाइल फोटो)
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जापानी सागर में गिरने से पहले मिसाइल ने लगभग 1,000 किमी का सफर तय किया
दक्षिण कोरिया ने ही सबसे पहले इस मिसाइल के परीक्षण की सूचना दी थी
यह एक ऐसी घटना है, जिसे हम संभाल लेंगे:डोनाल्ड ट्रंप
उत्तर कोरिया का संकट खत्म करने में भारत निभा सकता है भूमिका: अमेरिका
फॉक्स न्यूज के मुताबिक, उत्तर कोरिया के सेना की ओर से दागी गई यह मिसाइल ने जापानी सागर में गिरने से पहले लगभग 1,000 किलोमीटर का सफर तय किया. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने शुरुआती आकलनों के आधार पर इसे इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) बताया है.
दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहाप का कहना है कि मिसाइल स्थानीय समयानुसार बुधवार तड़के लगभग तीन बजे दागी गई. दक्षिण कोरिया ने ही सबसे पहले इस मिसाइल के परीक्षण की सूचना दी थी.
वहीं अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने आशंका जताई कि उत्तर कोरिया संभवत: ऐसी मिसाइलें विकसित कर रहा है जो ‘‘दुनिया में कहीं भी’’ मार करने में सक्षम होंगी. जेम्स मैट्टिस ने बताया कि दक्षिण कोरिया ने प्रतिक्रियास्वरूप आसपास में मिसाइल दागी ताकि उत्तर कोरिया समझ सके उसकी इस हरकत को आलोचनापूर्ण ढंग से लिया गया है.
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संवाददाताओं को बताया, "यह एक ऐसी घटना है, जिसे हम संभाल लेंगे. अमेरिका इसे संभाल लेगा." व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव साराह सैंडर्स ने ट्वीट कर कहा कि जब मिसाइल हवा में ही थी तभी राष्ट्रपति को इस बाबत जानकारी दे दी गई थी.
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वहीं उत्तर कोरिया का कहना है कि वह बुधवार दोपहर साढ़े तीन बजे एक ‘‘महत्वपूर्ण घोषणा’’ करेगा. एजेंसी की खबर के अनुसार, प्योंगयांग के सरकारी रेडियो स्टेशन ने बिना विस्तृत जानकारी दिये कहा कि उक्त घोषणा अंतरराष्ट्रीय समयानुसार दोपहर साढ़े तीन बजे की जाएगी.
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