नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन
प्योंगयैंग, नॉर्थ कोरिया:
उत्तर कोरिया की आधिकारिक न्यूज़ एजेंसी केसीएनए में छपी खबर के अनुसार, जापान से कोरिया की आज़ादी के 70वीं वर्षगांठ के मौके पर, उत्तर-कोरिया अपने देश की घड़ी को 30 मिनट पीछे कर के अपना अलग टाइम ज़ोन बना रहा है।
उत्तर कोरिया फिलहाल अपने विरोधी जापान और दक्षिण कोरिया के साथ एक टाइम ज़ोन पर है जो अंतरराष्ट्रीय मानक जीएमटी यानि ग्रीनविच मीन टाइम से नौ घंटे आगे है।
'प्योंगयैंग टाइम' से जाना जाने वाला ये बदलाव 15 अगस्त से लागू होगा। इसके लागू होने के साथ ही दक्षिण कोरिया का टाइम जो़न पूरे कोरियाई प्रायद्वीप को जापान के राज के समय से पहले ले जाएगा।
न्यूज़ एजेंसी केसीएनए के अनुसार, 'धुर्त जापानी साम्राज्यवादियों ने कभी माफी न देने लायक अपराध किए हैं, जिसमें कोरियो को उनका स्टैंडर्ड समय भी न देना शामिल है। उन लोगों ने कोरिया के पांच हजा़र साल पुराने सांस्कृतिक और ऐतिसासिक इतिहास को भी हमेशा के लिए मिटा कर रख दिया।'
कोरिया ने देशांतर से 127 डिग्री पर, 30 मिनट का समय पूर्व में सेट किया है। अब से इसी देशांतर रेखा का इस्तेमाल दक्षिण कोरिया के नए टाइम ज़ोन के लिए किया जाएगा। दक्षिण कोरिया में 1908 में पहली बार आधिकारिक टाइम जो़न की शुरुआत की थी।
जापान ने कोरियाई प्रायद्वीप पर 1910 से 1945 तक राज किया है। साम्राज्यवादी जापान ने तब एक आदेश के ज़रिए देशांतर रेखा 135 डिग्री पूर्व की तरफ़ कर के कोरिया के स्टैंडर्ड टाईम को बदल दिया था।
उत्तर कोरिया फिलहाल अपने विरोधी जापान और दक्षिण कोरिया के साथ एक टाइम ज़ोन पर है जो अंतरराष्ट्रीय मानक जीएमटी यानि ग्रीनविच मीन टाइम से नौ घंटे आगे है।
'प्योंगयैंग टाइम' से जाना जाने वाला ये बदलाव 15 अगस्त से लागू होगा। इसके लागू होने के साथ ही दक्षिण कोरिया का टाइम जो़न पूरे कोरियाई प्रायद्वीप को जापान के राज के समय से पहले ले जाएगा।
न्यूज़ एजेंसी केसीएनए के अनुसार, 'धुर्त जापानी साम्राज्यवादियों ने कभी माफी न देने लायक अपराध किए हैं, जिसमें कोरियो को उनका स्टैंडर्ड समय भी न देना शामिल है। उन लोगों ने कोरिया के पांच हजा़र साल पुराने सांस्कृतिक और ऐतिसासिक इतिहास को भी हमेशा के लिए मिटा कर रख दिया।'
कोरिया ने देशांतर से 127 डिग्री पर, 30 मिनट का समय पूर्व में सेट किया है। अब से इसी देशांतर रेखा का इस्तेमाल दक्षिण कोरिया के नए टाइम ज़ोन के लिए किया जाएगा। दक्षिण कोरिया में 1908 में पहली बार आधिकारिक टाइम जो़न की शुरुआत की थी।
जापान ने कोरियाई प्रायद्वीप पर 1910 से 1945 तक राज किया है। साम्राज्यवादी जापान ने तब एक आदेश के ज़रिए देशांतर रेखा 135 डिग्री पूर्व की तरफ़ कर के कोरिया के स्टैंडर्ड टाईम को बदल दिया था।
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