काबुल:
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने अमेरिका से कहा कि अमेरिका के साथ किसी भी समझौते पर दस्तखत करने से पहले वह चाहते हैं कि अमेरिकी सैनिकों द्वारा रात में की जाने वाली हमले की कार्रवाई बंद हो, तथा उनके द्वारा संचालित जेलों को अफगानिस्तान के अधिकारियों के हवाले किया जाए। यह जानकारी अफगानी समाचार माध्यमों ने सोमवार को दी।
अमेरिका के कानून निर्माताओं का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को काबुल पहुंचा, जिनकी अगुआई सीनेटर जॉन मैक्के न कर रहे हैं।
अमेरिकी सैनिकों द्वारा रात में की जाने वाली कार्रवाई पर अफगानी अधिकारियों का कोई नियंत्रण नहीं होता है। इस कार्रवाई में अमेरिकी सैनिक ऐसे किसी भी घर में घुस जाते हैं, जिनमें तालिबान आतंकवादियों के होने का उन्हें संदेह होता है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका करीब एक वर्ष से अधिक समय से अफगानिस्तान के साथ समझौता करना चाह रहा है, जिसके तहत 2014 में अंतरराष्ट्रीय सैनिकों के काबुल छोड़ने के बाद भी अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान में भूमिका बनी रहे।
अमेरिका के कानून निर्माताओं का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को काबुल पहुंचा, जिनकी अगुआई सीनेटर जॉन मैक्के न कर रहे हैं।
अमेरिकी सैनिकों द्वारा रात में की जाने वाली कार्रवाई पर अफगानी अधिकारियों का कोई नियंत्रण नहीं होता है। इस कार्रवाई में अमेरिकी सैनिक ऐसे किसी भी घर में घुस जाते हैं, जिनमें तालिबान आतंकवादियों के होने का उन्हें संदेह होता है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका करीब एक वर्ष से अधिक समय से अफगानिस्तान के साथ समझौता करना चाह रहा है, जिसके तहत 2014 में अंतरराष्ट्रीय सैनिकों के काबुल छोड़ने के बाद भी अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान में भूमिका बनी रहे।