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This Article is From May 24, 2012

आफरीदी को गिरफ्तार करने का कोई आधार नहीं : अमेरिका

वाशिंगटन: ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में सीआईए का सहयोग करने वाले चिकित्सक को पाकिस्तान में 33 वर्ष जेल की सजा देने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमेरिका ने कहा है कि फैसले का कोई आधार नहीं है और वह इस्लामाबाद के साथ मुद्दे को उठाएगा।

विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने कल संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम (शकील) अफरीदी को गिरफ्तार करने का कोई आधार नहीं देखते।’’ पाकिस्तान की एक अदालत ने अफरीदी को कल 33 वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी। उसे ‘‘पाकिस्तान सरकार के संज्ञान में लाए बगैर अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन की जासूसी करने के लिए’’ दोषी पाया गया।

पाकिस्तान और अमेरिका में गहरे मतभेदों के बीच इस फैसले से और तनाव बढ़ेगा। नूलैंड ने कहा, ‘‘हमने हमेशा इस मामले को पाकिस्तान के साथ उठाया है। मुझे उम्मीद है कि हम इसे जारी रखेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हमने कहा कि यहां जो हुआ उसका हम कोई आधार नहीं देखते और इसलिए हम पाकिस्तान की सरकार के समक्ष इसे उठाते रहेंगे।’’ बहरहाल अमेरिका के दो शीर्ष सांसदों ने पाकिस्तानी अधिकारियों से कहा है कि वे अफरीदी को माफ कर तुरंत उसे रिहा करें।

सांसद जॉन मैकेन एवं कार्ल लेविन ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ओसामा बिन लादेन को खोजने में अमेरिका की मदद करने वाले पाकिस्तानी चिकित्सक शकील अफरीदी को 33 वर्ष कैद की सजा सुनाई गई है।’’ दोनों सांसदों ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान की सरकार से आग्रह करते हैं कि अफरीदी को माफ कर उसे तुरंत रिहा किया जाए। ऐसे समय में जब अमेरिका और पाकिस्तान को साथ मिलकर सकारात्मक काम करना है, अफरीदी को जेल में रखने और उसके साथ अपराधी जैसा व्यवहार करने से अमेरिका-पाकिस्तान के संबंधों को नुकसान ही होगा।’’

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