प्रतीकात्मक चित्र
काठमांडू:
गंभीर बिजली संकट का सामना कर रहा नेपाल जनवरी के अंत तक भारत से 90 मेगावाट बिजली का अतिरिक्त आयात करेगा। महत्वपूर्ण अंतर-देशीय पारेषण लाइन पूरी होने के बाद नेपाल अतिरिक्त बिजली की खरीद करेगा।
एनईए ट्रांसमिशन लाइन के प्रमुख कन्हैया लाल मनांधर ने कहा कि ढलकेबार-मुजफ्फरपुर अंतर देशीय पारेषण लाइन एक महीने में पूरी होने वाली है और इसके लिए आवश्यक तकनीकी परीक्षण प्रगति पर है, जिससे जनवरी के अंत तक बिजली का आयात किया जा सकेगा।
नेपाल वर्तमान में भारत से 235 मेगावाट बिजली का आयात करता है। सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) ने 90 मेगावाट बिजली का आयात करने के लिए आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। नेपाल ने पिछले साल भारत के साथ एक बिजली व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किया था।
अतिरिक्त बिजली आयात से देश में बिजली की मौजूदा किल्लत से राहत मिलने की उम्मीद है। नेपाल के प्रमुख शहरों में रोजाना 12 घंटे की बिजली कटौती हो रही है। भारत-नेपाल सीमा पर मधेसियों के विरोध प्रदर्शन की वजह से नेपाल गंभीर बिजली संकट झेल रहा है। रसोई गैस की कमी की वजह से नेपाल के शहरी इलाकों में बड़ी संख्या में लोग बिजली पर निर्भर हैं।
एनईए ट्रांसमिशन लाइन के प्रमुख कन्हैया लाल मनांधर ने कहा कि ढलकेबार-मुजफ्फरपुर अंतर देशीय पारेषण लाइन एक महीने में पूरी होने वाली है और इसके लिए आवश्यक तकनीकी परीक्षण प्रगति पर है, जिससे जनवरी के अंत तक बिजली का आयात किया जा सकेगा।
नेपाल वर्तमान में भारत से 235 मेगावाट बिजली का आयात करता है। सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) ने 90 मेगावाट बिजली का आयात करने के लिए आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। नेपाल ने पिछले साल भारत के साथ एक बिजली व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किया था।
अतिरिक्त बिजली आयात से देश में बिजली की मौजूदा किल्लत से राहत मिलने की उम्मीद है। नेपाल के प्रमुख शहरों में रोजाना 12 घंटे की बिजली कटौती हो रही है। भारत-नेपाल सीमा पर मधेसियों के विरोध प्रदर्शन की वजह से नेपाल गंभीर बिजली संकट झेल रहा है। रसोई गैस की कमी की वजह से नेपाल के शहरी इलाकों में बड़ी संख्या में लोग बिजली पर निर्भर हैं।
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