विज्ञापन

नेता का नाम तय करने की कवायद से देश छोड़ने की कोशिश तक... जानें नेपाल में आज के 10 बड़े अपडेट

युवाओं के आक्रोश ने नेपाली की राजनीतिक जमीन को हिला कर रख दिया है और सेना को हालात संभालने के लिए सड़कों पर आना पड़ा है. हालांकि अब अंतरिम सरकार के नेता का नाम तय करने के लिए बातचीत जारी है. आइए जानते हैं नेपाल के 10 बड़े अपडेट:

नेता का नाम तय करने की कवायद से देश छोड़ने की कोशिश तक... जानें नेपाल में आज के 10 बड़े अपडेट
  • नेपाल में Gen Z के प्रतिनिधि सेना और राष्ट्रपति से अंतरिम सरकार के नए नेता के नाम पर बातचीत कर रहे हैं.
  • भागने की कोशिश के दौरान 3 कैदियों की मौत हो गई और 15,000 से अधिक कैदी देश भर की जेलों से फरार हो गए.
  • हिंसा के कारण सैकड़ों लोग देश छोड़ने की कोशिश में हैं और बड़ी संख्‍या में काठमांडू एयरपोर्ट पर जमा हो गए.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्‍ली :

सोशल मीडिया बैन और भ्रष्‍टाचार को लेकर Gen Z भड़के तो नेपाल का पूरा सियासी सिस्‍टम ही ध्‍वस्‍त हो गया. प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली सहित कई मंत्रियों को अपनी जान बचाकर के भागना पड़ा. युवाओं के आक्रोश ने नेपाली की राजनीतिक जमीन को हिला कर रख दिया है और सेना को हालात संभालने के लिए सड़कों पर आना पड़ा है. हालांकि गुजरते वक्‍त के साथ हिंसा का दौर लगातार कमजोर होता जा रहा है और अंतरिम सरकार के नेता का नाम तय करने के लिए बातचीत जारी है. आइए जानते हैं नेपाल में आज सुबह से 5 बड़े अपडेट:

1. नए नेता का नाम तय करने की कवायद

प्रदर्शनकारी ‘जेन जी' के प्रतिनिधि राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और सेना प्रमुख अशोक राज सिगडेल के साथ भद्रकाली स्थित सेना मुख्यालय में अंतरिम सरकार के नेता का नाम तय करने के लिए बातचीत कर रहे हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारी जेन जी समूह पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की, काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह और दो अन्य के नाम पर अंतरिम सरकार के नेतृत्व के लिए विचार कर रहा है. बैठक के दौरान सेना मुख्यालय के बाहर बड़ी संख्या में युवा बेसब्री से फैसला सुनने का इंतजार करते दिखे.

विचाराधीन अन्य दो नाम नेपाल विद्युत प्राधिकरण के पूर्व सीईओ कुलमान घीसिंग और धरान के मेयर हरका संपांग हैं. हालांकि सूत्रों ने बताया कि मेयर शाह ने कार्की के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि नए मंत्रिमंडल का नेतृत्व कौन करेगा. जेन जी समूह के एक वर्ग में उनके नाम को लेकर संशय है.

2. तीन कैदियों की मौत, अब तक 15,000 फरार

हिंसक प्रदर्शनों के बीच गुरुवार को एक जेल में सुरक्षा बलों के साथ झड़प के दौरान तीन कैदियों की मौत हो गई, जबकि अब तक दो दर्जन से अधिक जेलों से 15,000 से अधिक कैदी फरार हो चुके हैं. अधिकारियों ने बताया कि ताजा घटनाक्रम के साथ, मंगलवार से भड़की हिंसा के दौरान सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़पों में मरने वाले कैदियों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है. पुलिस सूत्र ने बताया कि गुरुवार सुबह मधेस प्रांत के रामेछाप जिला जेल में कैदियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हिंसक झड़प में तीन कैदियों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए. सूत्र ने बताया कि झड़प तब शुरू हुई जब कैदियों ने गैस सिलेंडर में विस्फोट करके जेल से बाहर निकलने की कोशिश की. सुरक्षा बलों ने हालात काबू में करने के लिए गोलीबारी की, जिसमें तीन कैदी मारे गए.

अखबार ‘द काठमांडू पोस्ट' ने पुलिस के हवाले से कहा, ‘‘जेल से भागने की घटनाएं तब शुरू हुईं जब युवा प्रदर्शनकारियों ने कई जेलों में धावा बोल दिया, प्रशासनिक भवनों में आग लगा दी और जेल के दरवाजे जबरन खोल दिए. बुधवार शाम तक प्रारंभिक रिपोर्टों से पुष्टि हुई कि 25 से ज्‍यादा जेलों से 15,000 से ज्‍यादा कैदी भाग गए थे, जिनमें से केवल कुछ ही स्वेच्छा से लौटे या फिर से गिरफ्तार किए गए.'' गंडकी प्रांत के कास्की जिला कारागार से 773 कैदी भागे. जेलर राजेंद्र शर्मा ने बताया कि भागने वालों में 13 भारतीय नागरिक और चार अन्य विदेशी शामिल हैं. 

3. नेपाल छोड़ने की कोशिश कर रहे लोग

हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद सेना द्वारा व्यवस्था बहाल करने की कोशिशों के बीच सैकड़ों लोग नेपाल छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. काठमांडू में नेपाल के मुख्य एयरपोर्ट पर गुरुवार को सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे देश से बाहर जाने के लिए उड़ान भर सकें. देश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद इस देश पर शासन कौन करेगा, इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. बुधवार देर रात एयरपोर्ट के फिर से खुलने और गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू होने के बाद कई लोगों ने देश छोड़ने की कोशिश की.

4. राष्ट्रपति ने किया संयम बरतने का आग्रह

नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने गुरुवार को सभी पक्षों से शांति बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की और कहा कि वह संवैधानिक ढांचे के भीतर मौजूदा राजनीतिक स्थिति का समाधान खोजने का प्रयास कर रहे हैं. यह पहली बार है जब राष्ट्रपति ने मौजूदा उथल-पुथल के बारे में बात की है. मंगलवार को जेनरेशन जेड के आंदोलनकारी समूहों द्वारा राष्ट्रपति कार्यालय और उनके निजी आवास को जलाने के बाद से वह सार्वजनिक रूप से नहीं देखे गए थे.

5.बांग्लादेशी फुटबॉल टीम स्वदेश लौटी

नेपाल में बांग्लादेश की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम फंस गई थी. अब टीम के सदस्‍य बांग्लादेश वायु सेना के C-130 विमान से ढाका पहुंचे. फुटबॉल टीम के साथ गए पत्रकार उमर फारुक रूबेल ने बताया, "बांग्लादेशी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के 23 खिलाड़ियों, कोचों, अधिकारियों और पत्रकारों सहित कुल 57 लोग बांग्लादेश वायु सेना के C-130 विमान से वापस लौट आए हैं." उन्होंने आगे कहा, "बांग्लादेशी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम 3 सितंबर को नेपाल के साथ एक दोस्ताना मैच खेलने काठमांडू गई थी."

रूबेल ने कहा, "6 सितंबर को बांग्लादेशी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ने नेपाल के खिलाफ अपना पहला दोस्ताना मैच खेला. यह मैच ड्रॉ रहा." उन्होंने बताया कि 9 सितंबर को होने वाला दूसरा मैच हिंसक स्थिति के कारण नहीं हो सका. तब से, बांग्लादेशी फुटबॉल टीम काठमांडू के क्राउन इंपीरियल होटल में फंसी हुई थी.

6. 144 तेलुगु लोगों को विशाखापत्तनम और तिरुपति पहुंंचाया 

आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने गुरुवार को बताया कि 144 तेलुगु लोगों को काठमांडू से एक विशेष उड़ान से विशाखापत्तनम और तिरुपति सुरक्षित रूप से पहुंचाया गया. आंध्र प्रदेश सरकार के अनुसार, 150 से ज्‍यादा तेलुगु लोगों को काठमांडू एयरपोर्ट पर विमान में सवार होने की अनुमति मिल गई है, जबकि सिमिकोट से 12 लोगों का एक समूह नेपालगंज के रास्ते सुरक्षित रूप से भारत में प्रवेश कर गया है.

7. कर्फ्यू हटते ही बाजारों में उमड़े लोग 

नेपाल सेना ने गुरुवार को काठमांडू घाटी के तीन जिलों में निषेधाज्ञा बढ़ा दी है तथा कुछ निश्चित समयावधि के लिए लोगों की आवाजाही की अनुमति दी. नेपाल सेना की ओर से जारी एक नोटिस में कहा गया है कि काठमांडू घाटी के तीन जिलों काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर में सुबह छह बजे से कर्फ्यू हटा लिया गया है. सेना ने बताया कि शाम पांच बजे से सात बजे तक ढील के बाद शुक्रवार शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा. नेपाल के विभिन्‍न कर्फ्यूग्रस्‍त इलाकों से कर्फ्यू हटते ही लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए बाजारों, दुकानों और किराने की दुकानों की ओर दौड़ पड़े. सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही दिखे. 

8. दो घंटे की ढील के बाद फिर लगाया कर्फ्यू  

विरोध प्रदर्शनों के बीच काठमांडू में दो घंटे की ढील के बाद फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है. शाम 5 बजे से 7 बजे तक दो घंटे की ढील के बाद काठमांडू में फिर से कर्फ्यू लगाया गया है. काठमांडू में गुरुवार को हुए घातक विरोध प्रदर्शनों के बाद, नेपाली सेना के सशस्त्र जवान सड़कों पर गश्त कर रहे थे और निवासियों को घरों के अंदर रहने की हिदायत दे रहे थे. बड़े पैमाने पर अशांति के बाद शहर में स्थिति को "सामान्य" बनाने के लिए लगाए गए अनिश्चितकालीन कर्फ्यू के बीच नेपाली सेना ने वाहनों और पैदल चलने वालों की जांच की.

9. अब तक 30 की मौत, 1000 से ज्‍यादा घायल 

स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय के अनुसार, रविवार शाम से ‘जेन जी' समूह के नेतृत्व में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है. बुधवार शाम जारी एक बयान में मंत्रालय ने बताया कि 1,061 लोग घायल हुए हैं. घायलों में से 719 को छुट्टी दे दी गई है, जबकि 274 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

10. 200 कैदियों को वापस पकड़ा, हजारों अभी भी फरार

नेपाल की सेना ने गुरुवार को कहा कि उसने सरकार गिराने वाले घातक विरोध प्रदर्शनों के दौरान बड़े पैमाने पर जेल तोड़ने के बाद लगभग 200 कैदियों को वापस पकड़ लिया है, जो फरार चल रहे हजारों कैदियों की संख्या का एक छोटा सा हिस्सा है.

पुलिस ने बताया कि अराजकता के दौरान देश भर की जेलों से लगभग 15,000 कैदी भाग गए, जिससे सुरक्षा बलों को नियंत्रण पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा. इससे सेना और पुलिस के सामने चुनौतियां और बढ़ गई हैं क्योंकि वे दशकों में हुए सबसे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद व्यवस्था बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com