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मिसाइलों की प्रैक्टिस से पुतिन को डरा रहा NATO! क्यों है ये एक्सरसाइज रूस के लिए एक संकेत, जानें

फिनिश इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स के शोधकर्ता जोएल लिन्नैनमाकी ने कहा कि इस विशाल अभ्यास को रूस के लिए एक संदेश के रूप में समझा जाना चाहिए, जिसके साथ फिनलैंड की 1,340 किलोमीटर (830 मील) लंबी सीमा लगती है. 

मिसाइलों की प्रैक्टिस से पुतिन को डरा रहा NATO! क्यों है ये एक्सरसाइज रूस के लिए एक संकेत, जानें
यूरोप में चल रही नाटो की डायनेमिक फ्रंट 25 एक्सरसाइज.

इस महीने हजारों नाटो सैनिक फिनलैंड के आर्कटिक में बड़े पैमाने पर तोपखाने अभ्यास में भाग ले रहे हैं, जिसे कुछ लोग यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के लिए पड़ोसी रूस को एक संकेत के रूप में देख रहे हैं. तोपों और रॉकेट की आवाजें लैपलैंड के बर्फीले पहाड़ों में गूंजती हैं, जब संयुक्त राज्य अमेरिका, स्वीडन, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और अन्य नाटो सदस्यों के लगभग 3,600 सैनिक नवंबर भर लाइव फायर अभ्यास करते हैं.

यूरोप में मिसाइल प्रैक्टिस का हिस्सा हैं सभी देश

ये सभी देश यूरोप में हो रही नाटो की मिसाइल प्रैक्टिस का हिस्सा हैं. इसे डायनेमिक फ्रंट 25 कहा जाता है, जिसमें एस्टोनिया, जर्मनी, रोमानिया और पोलैंड में भी अभ्यास शामिल हैं, जिसमें कुल मिलाकर लगभग 5,000 सैनिक शामिल हैं. फिनिश इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स के शोधकर्ता जोएल लिन्नैनमाकी ने कहा कि इस विशाल अभ्यास को रूस के लिए एक संदेश के रूप में समझा जाना चाहिए, जिसके साथ फिनलैंड की 1,340 किलोमीटर (830 मील) लंबी सीमा लगती है. 

रूस को दिखाना चाहते हैं कि नाटो कितना मजबूत है

उन्होंने कहा, "नाटो की यह मिसाइल प्रैक्टिस अन्य देशों और इस मामले में खासतौर पर रूस को यह दिखाना चाहती है कि हमारा अलायंस कितना मजबूत है और उसके सदस्यों की मदद करने के लिए काबिल भी है." यह एक्सरसाइज फिनलैंड में आयोजित पहला बड़े पैमाने का युद्धाभ्यास है, क्योंकि नॉर्डिक देश पिछले साल नाटो में शामिल हुआ था, जब उसने रूस के फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद दशकों की सैन्य गुटनिरपेक्षता को छोड़ दिया था.

डायनेमिक फ्रंट 25 एक्सरसाइज के निदेशक ने कही ये बात

फिनलैंड में डायनेमिक फ्रंट 25 एक्सरसाइज के निदेशक कर्नल जान्ने मकीटालो ने कहा कि मुख्य लक्ष्य गठबंधन की तोपखाना इकाइयों के बीच प्रशिक्षण और अंतर-संचालन क्षमता विकसित करना और आर्कटिक परिस्थितियों के लिए सैनिकों को तैयार करना है, क्योंकि अब नॉर्वे, स्वीडन और फिनलैंड सभी नाटो के सदस्य हैं. उन्होंने रिपोर्टर्स को कहा, "यह संदेश भेजता है कि हम साथ में ट्रेनिंग कर सकते हैं और अपने एसेट को भी डेवलप कर सकते हैं."

मकीटालो ने कहा, "तोपें असल में युद्ध के मैदान के राजा और रानी हैं क्योंकि यूक्रेन में हुए हमलों से हमने यह एक्सपीरियंस किया है". उन्होंने इस धारणा को खारिज कर दिया कि नाटो रूस में अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करके मास्को को उकसा सकता है. उन्होंने कहा, "यह किसी तरह का अपनी फोर्स दिखाने का शो नहीं है." उन्होंने कहा कि फिनलैंड के नाटो में शामिल होने से "नाटो के उत्तरी भाग में 280,000 सैनिक आ गए" हैं. 

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