अमेरिका में सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. सोमवार को अमेरिका के नैशविले (Nashville's Covenant School Firing)में स्थित एक क्रिश्चियन कॉवनेंट स्कूल में हुई फायरिंग में 3 बच्चों समेत 6 लोगों की जान चली गई. पुलिस ने हमलावर को भी मार गिराया. जानकारी के मुताबिक, हमलावर दरअसल एक ट्रांसजेंडर ऑड्रे हेल(Audrey Hale) थी, जो पहले इसी स्कूल में पढ़ा करती थी. उसे जबरन यहां पढ़ने के लिए भेजा गया था. इसी का बदला लेने के लिए उसने अपने ही स्कूल में फायरिंग की. ट्रांसजेंडर को मार गिराने की घटना पुलिसकर्मी के बॉडी कैमरे में कैद हुई है.
पुलिस ने बताया कि ऑड्रे हेल एक ट्रांसजेंडर थी. वह महिला के तौर पर पैदा हुई, लेकिन उसके लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक वह खुद को पुरुष के तौर पर आइडेंटिफाई करती थी और ऐसे ही रहती थी. यह भी बताया जा रहा है कि वह उसी स्कूल की पूर्व स्टूडेंट थी. पुलिस ने बताया कि उसके पास मिले कुछ पेपर्स में एक और लोकेशन का जिक्र मिला था, लेकिन वहां बहुत ज्यादा सिक्योरिटी होने के कारण हमलावर ने वहां अटैक नहीं करने का फैसला लिया.
एक पुलिसकर्मी के बॉडी कैमरे में रिकॉर्ड हुए फुटेज में देखा जा सकता है कि गोली की आवाज सुनते ही टीचर्स अधिकारियों को सूचना देते हैं कि शूटर पहली मंजिल पर है. अधिकारी माइकल कोलाज़ो फिर कॉरीडोर से होते हुए शूटर की ओर आगे बढ़ते हैं. अधिकारी इस दौरान गोलियों की तेज आवाज सुनते हैं और कुछ देर बाद कॉरीडोर पर एक लाश पड़ी दिखती है. चारों तरफ चीख-पुकार भी मचने लगती है.
कॉरीडोर के आखिर में एक कांच का दरवाजा टूटकर बिखर जाता है. यहां से ऑड्रे हेल गोली चलाते हुए सामने आती है. इसके बाद दोनों तरफ से गोली चलने लगती है. लगातार 9 शॉट के बाद अधिकारी चिल्लाते हैं, "गोली चलाना बंद करो. अपना हाथ बंदूक से दूर करो. राइफल नीचे रखो."
पुलिस के अनुसार, कम से कम दो असॉल्ट राइफलों और एक हैंडगन के साथ हेल ने कॉवनेंट स्कूल में प्रवेश किया था. उनसे सबसे पहले स्कूल के मेन गेट पर फायरिंग की. जिससे कांच का बना दरवाजा चकनाचूर हो गया.
हमले में तीनों मृतक बच्चे 9 साल के थे. उनमें से एक स्कूल के चर्च के पादरी चैड स्क्रग्स की बच्ची हैली स्क्रग्स थी. दो अन्य बच्चों की पहचान एवलिन डिकॉस और विलियन किन्नी के तौर पर हुई है. मरने वाले तीन सीनियर लोगों में एक सब्स्टीट्यूट टीचर सिंथिया पीक (61), स्कूल कस्टोडियल माइक हिल (61) और कोवेनेंट हेड कैथरीन कूंस (60) शामिल हैं.
राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस घटना को "एक बीमारी" के रूप में वर्णित किया. उन्होंने कहा कि बंदूक हिंसा देश की "आत्मा" को नुकसान पहुंचा रही है. बाइडन ने अमेरिकी संसद कांग्रेस से बड़े पैमाने पर हमले के हथियारों पर प्रतिबंध लगाने की अपील की.
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