अमेरिका की स्पेस एजेंसी NASA के स्पेसक्राफ्ट ने अंतरिक्ष में इतिहास रचा है. पैसेंजर बस जितने बड़े स्पेसक्राफ्ट, जिसे लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है, ने ऐस्टरॉइड Bennu को सफलतापूर्वक छू लिया है. Bennu पृथ्वी से करीब 200 मिलियन मील दूर है. स्पेसक्राफ्ट ने ऐस्टरॉइड के पथरीली हिस्से को रोबोटिक आर्म की मदद से छुआ है. एजेंसी का कहना है कि इस प्रयोग से ब्रह्मांड के अनसुलझे रहस्यों को सुलझाने में मदद मिलेगी.
वॉशिंगटन पोस्ट की खबर के अनुसार, इस मिशन से जुड़े डेंटे लौरेटा ने कहा, 'मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि हमने ये कर दिखाया.' NASA के अधिकारियों ने बताया कि स्पेसक्राफ्ट पूरी तरह सुरक्षित है और अब वह ग्रह से सैंपल इकट्ठा करेगा. एजेंसी का कहना है कि करीब 550 मीटर व्यास का Bennu आने वाले 150 वर्षों में पृथ्वी के बहुत करीब पहुंच सकता है. भले ही उस समय इसके पृथ्वी से टकराने का जोखिम बहुत कम है लेकिन NASA इस ग्रह को इस समय सबसे खतरनाक छुद्र ग्रह मान रहा है.
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बता दें कि अब यह स्पेसक्राफ्ट 2023 में धरती पर वापस लौटेगा. वह अपने साथ करीब दो किलोग्राम सैंपल लेकर आएगा. यह ज्यादा भी हो सकता है. अगर यह कामयाब होता है तो किसी छुद्र ग्रह से सैंपल लाने की दिशा में NASA की यह पहली ऐतिहासिक कामयाबी होगी. NASA के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस सैंपल से यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति कैसे हुई और धरती पर पानी कैसे खत्म होगा.
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माना जाता है कि अखरोट की तरह नजर आने वाला Bennu करीब 4.5 करोड़ साल पुराना है और इसपर कई तरह के खनिज मौजूद हैं. यहां पर कार्बन और पानी की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता. गौरतलब है कि इस मिशन की शुरुआत 2016 में हुई थी. 'ओसिरिस रेक्स' पहला अमेरिकी अंतरिक्ष यान है, जिसे किसी छुद्रग्रह पर भेजा गया है. 2005 में जापान ने अपना 'हायाबूसा' टेस्ट क्राफ्ट एक छुद्र ग्रह पर भेजा था. वह 2010 में वहां की सतह से जमा सैंपल लेकर पृथ्वी पर लौटा था.
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