प्रतीकात्मक तस्वीर
वाशिंगटन:
आठ साल तक बृहस्पति की परिक्रमा करने वाले नासा के गैलीलियो अंतरिक्ष यान से मिली जानकारी के मुताबिक उसके चंद्रमा गनीमेड पर तूफानी वातावरण का पता चला है. नासा के अंतरिक्षयान को बृहस्पति के चंद्रमा पर कई नई चीजों का पता चला है जिनमें गनीमेड के आसपास चुंबकीय वातावरण की जानकारी शामिल है जो बृहस्पति के खुद के चुंबकीय क्षेत्र से अलग है. मिशन 2003 में पूरा हो गया था लेकिन नये सिरे से जुटायी गयी जानकारी से बृहस्पति के चंद्रमा के वातावरण को लेकर नये तथ्यों का खुलासा हुआ है जो सौरमंडल के दूसरे ग्रहों के चंद्रमाओं से अलग है.
नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के ग्लिन कोलिंसन ने कहा, ‘‘हम 20 साल से ज्यादा समय से वैसे डेटा का अध्ययन कर रहे हैं जो कभी प्रकाशित नहीं हुआ. हमें ऐसी जानकारी मिली है जिनके बारे में किसी को पता नहीं था.’’
इसमें पता चला कि प्लाज्मा की बारिश और बृहस्पति एवं गनीमेड के चुंबकीय वातावरणों के बीच एक विस्फोटक चुंबकीय घटना के कारण दोनों के बीच प्लाज्मा के मजबूत प्रवाह होने से चंद्रमा की बर्फीली सतह से कण फूटे. वैज्ञानिकों का मानना है कि ताजा जानकारी चंद्रमा के राज के खुलासे के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं जिनमें गनीमेड के अरुणोदय के बेहद चमकीले होने जैसे राज शामिल हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के ग्लिन कोलिंसन ने कहा, ‘‘हम 20 साल से ज्यादा समय से वैसे डेटा का अध्ययन कर रहे हैं जो कभी प्रकाशित नहीं हुआ. हमें ऐसी जानकारी मिली है जिनके बारे में किसी को पता नहीं था.’’
इसमें पता चला कि प्लाज्मा की बारिश और बृहस्पति एवं गनीमेड के चुंबकीय वातावरणों के बीच एक विस्फोटक चुंबकीय घटना के कारण दोनों के बीच प्लाज्मा के मजबूत प्रवाह होने से चंद्रमा की बर्फीली सतह से कण फूटे. वैज्ञानिकों का मानना है कि ताजा जानकारी चंद्रमा के राज के खुलासे के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं जिनमें गनीमेड के अरुणोदय के बेहद चमकीले होने जैसे राज शामिल हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)