प्रतीकात्मक तस्वीर
लंदन:
भारी पैमाने पर दस्तावेज लीक होने से दुनिया भर से भर्ती होने वाले आईएसआईएस के 22 हजार नए सदस्यों की पहचान का खुलासा हो गया है। इन दस्तावेजों में वह प्रश्नावली भी है, जिसका जवाब जिहादी बनने के इच्छुक सदस्यों को देना जरूरी होता है। इसमें राष्ट्रीयता, रक्त समूह और 'जिहाद के पुराने अनुभव' होने के बारे में जानकारी शामिल हैं।
जर्मन गुप्तचर ने अति गोपनीय फाइलों का भंडार प्राप्त किया है। इसके बारे में कहा जा रहा है कि इन फाइलों को आईएसआईएस के एक पूर्व सदस्य ने आईएसआईएस के आंतरिक सुरक्षा पुलिस से हासिल किया है। आईएसआईएस के इस पूर्व सदस्य का इस आतंकवादी समूह से बाद में मोहभंग हो गया था। सूचना कथित तौर पर 23 सवालों के प्रारूप में हैं, जिसे उस समूह में शामिल होने के इच्छुक नए सदस्यों को भरना जरूरी होता है।
माना जा रहा है कि पूरे दुनिया की सुरक्षा सेवाएं फाइलों की जांच पड़ताल कर रही हैं। माना जा रहा है कि इन फाइलों में 22 हजार लड़ाकों के नाम, पते, परिवार के बारे में जानकारी है। इसमें 16 ब्रिटिश रंगरूटों के बारे में भी जानकारी है। जर्मन संघीय पुलिस ने कहा कि उनका मानना है कि लीक हुए आईएसआईएस की रजिस्ट्रेशन फाइलों के वास्तविक होने की बहुत संभावना है।
वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की प्रवक्ता ने संवाददाताओं से कहा, 'महत्वपूर्ण यह है कि अधिकारी इस पर ध्यान दे सकते हैं कि किस तरह से इस सूचना का इस्तेमाल आईएसआईएस से मुकाबले के लिए किया जा सकता है। अगर यह इसमें मददगार होगी तो हम उसका स्वागत करेंगे।' ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें परोक्ष लीक की 'जानकारी' है लेकिन वे सुरक्षा कारणों से अन्य कोई सूचना नहीं दे सकते।
उधर स्काई न्यूज ने दस्तावेजों की प्रतियां प्रसारित की, जिन्हें उसने एक व्यक्ति से प्राप्त की थीं जो अपना नाम अबू हामिद के तौर पर इस्तेमाल करता है। हामिद 'फ्री सीरियन आर्मी' का एक पूर्व सदस्य है जो आईएसआईएस में शामिल हो गया था। उसने एक मेमोरी स्टिक चुराई, जिसमें दस्तावेज थे और उसे तुर्की में एक पत्रकार को दे दिया। हामिद ने पत्रकार को बताया कि उसने आईएसआईएस इसलिए छोड़ दिया, क्योंकि समूह में इस्लामी नियम ध्वस्त हो गए थे। हामिद ने दावा किया कि समूह ने सीरियाई शहर रक्का में अपना मुख्यालय छोड़ दिया है और रेगिस्तान में जा रहा है।
इन 1736 दस्तावेजों पर आईएसआईएस का काला झंडा छपा हुआ है। ये दस्तावेज दिखाते हैं कि आईएसआईएस ने 50 से अधिक देशों से आतंकवादियों की भर्ती की। इसमें 16 ब्रिटिश, अमेरिका के चार और कनाडा के छह के साथ ही फ्रांस और जर्मनी के सदस्य शामिल हैं।
दस्तावेजों के लीक होने को आईएसआईएस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि इसमें सीरिया और इराक में युद्ध प्रयास के बारे में महत्वपूर्ण गुप्तचर जानकारी है। यह दस्तावेज सीरिया में सीमा प्रवेश से मिली हैं, इसमें 23 सवाल हैं जिसका जवाब आईएसआईएस में भर्ती होने के इच्छुक सदस्यों को देना होता है। इसमें नाम, उनके जन्म स्थान एवं तिथि, गृह नगर, टेलीफोन नंबर, शिक्षा, ब्लड ग्रुप, जिहाद का क्या कोई पूर्व अनुभव है और क्या वे आत्मघाती हमलावर बनने को तैयार हैं आदि जानकारी देनी होती है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
जर्मन गुप्तचर ने अति गोपनीय फाइलों का भंडार प्राप्त किया है। इसके बारे में कहा जा रहा है कि इन फाइलों को आईएसआईएस के एक पूर्व सदस्य ने आईएसआईएस के आंतरिक सुरक्षा पुलिस से हासिल किया है। आईएसआईएस के इस पूर्व सदस्य का इस आतंकवादी समूह से बाद में मोहभंग हो गया था। सूचना कथित तौर पर 23 सवालों के प्रारूप में हैं, जिसे उस समूह में शामिल होने के इच्छुक नए सदस्यों को भरना जरूरी होता है।
माना जा रहा है कि पूरे दुनिया की सुरक्षा सेवाएं फाइलों की जांच पड़ताल कर रही हैं। माना जा रहा है कि इन फाइलों में 22 हजार लड़ाकों के नाम, पते, परिवार के बारे में जानकारी है। इसमें 16 ब्रिटिश रंगरूटों के बारे में भी जानकारी है। जर्मन संघीय पुलिस ने कहा कि उनका मानना है कि लीक हुए आईएसआईएस की रजिस्ट्रेशन फाइलों के वास्तविक होने की बहुत संभावना है।
वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की प्रवक्ता ने संवाददाताओं से कहा, 'महत्वपूर्ण यह है कि अधिकारी इस पर ध्यान दे सकते हैं कि किस तरह से इस सूचना का इस्तेमाल आईएसआईएस से मुकाबले के लिए किया जा सकता है। अगर यह इसमें मददगार होगी तो हम उसका स्वागत करेंगे।' ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें परोक्ष लीक की 'जानकारी' है लेकिन वे सुरक्षा कारणों से अन्य कोई सूचना नहीं दे सकते।
उधर स्काई न्यूज ने दस्तावेजों की प्रतियां प्रसारित की, जिन्हें उसने एक व्यक्ति से प्राप्त की थीं जो अपना नाम अबू हामिद के तौर पर इस्तेमाल करता है। हामिद 'फ्री सीरियन आर्मी' का एक पूर्व सदस्य है जो आईएसआईएस में शामिल हो गया था। उसने एक मेमोरी स्टिक चुराई, जिसमें दस्तावेज थे और उसे तुर्की में एक पत्रकार को दे दिया। हामिद ने पत्रकार को बताया कि उसने आईएसआईएस इसलिए छोड़ दिया, क्योंकि समूह में इस्लामी नियम ध्वस्त हो गए थे। हामिद ने दावा किया कि समूह ने सीरियाई शहर रक्का में अपना मुख्यालय छोड़ दिया है और रेगिस्तान में जा रहा है।
इन 1736 दस्तावेजों पर आईएसआईएस का काला झंडा छपा हुआ है। ये दस्तावेज दिखाते हैं कि आईएसआईएस ने 50 से अधिक देशों से आतंकवादियों की भर्ती की। इसमें 16 ब्रिटिश, अमेरिका के चार और कनाडा के छह के साथ ही फ्रांस और जर्मनी के सदस्य शामिल हैं।
दस्तावेजों के लीक होने को आईएसआईएस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि इसमें सीरिया और इराक में युद्ध प्रयास के बारे में महत्वपूर्ण गुप्तचर जानकारी है। यह दस्तावेज सीरिया में सीमा प्रवेश से मिली हैं, इसमें 23 सवाल हैं जिसका जवाब आईएसआईएस में भर्ती होने के इच्छुक सदस्यों को देना होता है। इसमें नाम, उनके जन्म स्थान एवं तिथि, गृह नगर, टेलीफोन नंबर, शिक्षा, ब्लड ग्रुप, जिहाद का क्या कोई पूर्व अनुभव है और क्या वे आत्मघाती हमलावर बनने को तैयार हैं आदि जानकारी देनी होती है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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