काहिरा:
मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक की हसरत मिस्र में ही अंतिम सांस लेने की है। यही वजह है कि उन्होंने अब तक अन्य अरब देशों द्वारा उन्हें शरण देने के चार प्रस्ताव ठुकरा दिए हैं। स्थानीय समाचार पत्र मासरी अल युम ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सार्वजनिक की है। मिस्र में जनआंदोलन के बाद 11 फरवरी को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे चुके 82 वर्षीय मुबारक शर्म अल-शेख में अपने बड़े बेटे अला के साथ रह रहे हैं। समाचार पत्र के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि मुबारक अपने अनुभवों पर आधारित लेखन कार्य जारी रखना चाहते हैं। बीमारी के कारण उनका यह काम प्रभावित हुआ है। सैन्य बलों के इंटरनेशनल मेडिकल सेंटर (आईएमसी) के सूत्रों का कहना है कि मुबारक अग्नाशय के कैंसर से पीड़ित हैं। मिस्र में 25 जनवरी के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के कारण मुबारक को पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
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मुबारक, अरब देश, मिस्र