बाली में ज्वालामुखी के 12 किलोमीटर के दायरे में प्रतिबंधित क्षेत्र बनाया गया है (प्रतीकात्मक चित्र)
बाली:
इंडोनेशिया के बाली द्वीप में ज्वालामुखी माउंट अगुंग में विस्फोट की आशंकाओं के कारण 144,000 से अधिक लोगों को इलाके से बाहर निकाल लिया गया है. इलाके से बाहर निकाले गए लोगों को द्वीप के 9 जिलों में सैकड़ों शिविरों में रखा गया है.इंडोनेशियाई नेशनल बोर्ड फॉर डिजास्टर मैनेजमेंट (बीएनबी) के सुतोपो पुरो नोग्रोहो ने बताया कि ज्वालामुखी के आसपास स्थापित प्रतिबंधित क्षेत्र खाली करा दिया गया है लेकिन कुछ लोग अभी भी ऐसे हैं जो अपने मवेशियों को छोड़कर नहीं जाना चाहते.
इंडोनेशिया के बाली में भूकंप से स्थानीय लोगों व पर्यटकों में पैदा हुआ तनाव, कोई हताहत नहीं
ज्वालामुखी के 12 किलोमीटर के दायरे में प्रतिबंधित क्षेत्र बनाया गया है और 22 सितम्बर से संभावित विस्फोट के लिए चेतावनी के स्तर को अधिकतम चार किया हुआ है. सेंटर फार वोल्कैनोलॉजी एंड जियोलॉजिकल हजार्ड मिटिगेशन (सीवीएमपीजी) के प्रमुख ने कहा कि अगर विस्फोट होता भी है, तो शुरूआत में छोटा होगा. लेकिन, उसके बाद बड़ा विस्फोट हो सकता है.
पिछले कुछ दिनों में ज्वालामुखी से धुआं निकलता देखा गया है जो कि 50 से 200 मीटर तक की ऊंचाई तक पहुंच गया है.
सीवीएमपीजी और बाली की प्रांतीय सरकार ने कहा है कि द्वीप पर्यटन के लिए सुरक्षित है और विफोस्ट की स्थिति में बाली के गुराह राय अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विमानों को दूसरे मार्ग पर भेजने की योजना बना ली गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि अनुमान लगाना असंभव है कि 3,031 मीटर ऊंचा ज्वालामुखी फटेगा की नहीं, लेकिन विस्फोट की ठोस आशंका बनी हुई है.
इंडोनेशिया में लगभग 400 से ज्यादा ज्वालामुखी हैं जिनमें कम से कम 127 सक्रिय हैं और 65 को घातक की श्रेणी में रखा गया है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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ज्वालामुखी के 12 किलोमीटर के दायरे में प्रतिबंधित क्षेत्र बनाया गया है और 22 सितम्बर से संभावित विस्फोट के लिए चेतावनी के स्तर को अधिकतम चार किया हुआ है. सेंटर फार वोल्कैनोलॉजी एंड जियोलॉजिकल हजार्ड मिटिगेशन (सीवीएमपीजी) के प्रमुख ने कहा कि अगर विस्फोट होता भी है, तो शुरूआत में छोटा होगा. लेकिन, उसके बाद बड़ा विस्फोट हो सकता है.
पिछले कुछ दिनों में ज्वालामुखी से धुआं निकलता देखा गया है जो कि 50 से 200 मीटर तक की ऊंचाई तक पहुंच गया है.
सीवीएमपीजी और बाली की प्रांतीय सरकार ने कहा है कि द्वीप पर्यटन के लिए सुरक्षित है और विफोस्ट की स्थिति में बाली के गुराह राय अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विमानों को दूसरे मार्ग पर भेजने की योजना बना ली गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि अनुमान लगाना असंभव है कि 3,031 मीटर ऊंचा ज्वालामुखी फटेगा की नहीं, लेकिन विस्फोट की ठोस आशंका बनी हुई है.
इंडोनेशिया में लगभग 400 से ज्यादा ज्वालामुखी हैं जिनमें कम से कम 127 सक्रिय हैं और 65 को घातक की श्रेणी में रखा गया है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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