अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी मॉडर्ना (Moderna) ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह 6 माह से 12 साल के बच्चों पर कोरोना वैक्सीन का परीक्षण शुरू करेगी. इसके लिए 6750 बच्चों को परीक्षण के लिए जोड़ा जाएगा. सीईओ स्टीफेन बैंसेल (CEO Stephane Bancel ) ने कहा कि हम mRNA-1273 वैक्सीन का बच्चों पर दूसरे ,तीसरे चऱण का परीक्षण शुरू कर रहे हैं.
इस ह्यूमन ट्रायल से पता चलेगा कि कोरोना वैक्सीन बच्चों पर प्रभावी है या नहीं और यह उनके लिए कितनी सुरक्षित है. अगर परीक्षण सुरक्षित रहे तो युवा बच्चों के लिए भी टीकाकरण की राह खुलेगी. अभी ज्यादातर कंपनियां बच्चों के बीच कोरोना वैक्सीन का ट्रायल नहीं कर रही हैं. अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि वयस्कों की तुलना में बेहद कम बच्चे कोविड-19 से संक्रमित होते हैं.
अमेरिका में स्कूली अधिकारी इस बात को लेकर दबाव महसूस कर रहे हैं कि शैक्षणिक संस्थानों को पूरी तरह जल्द से जल्द खोला जाए. लेकिन बहुत सारे लोग बच्चों के घरों तक क्लासरूम की व्यवस्था करने या स्कूली दिनों की अवधि कम करने की वकालत कर रहे हैं, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनाई रखी जा सके.
अमेरिका में मॉडर्ना की वैक्सीन 1.78 करोड़ वयस्कों को लगाई जा चुकी है. अमेरिका वैक्सीनेशन कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ा रहा है. उसके देश में 5 लाख 35 हजार के करीब लोग कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण मारे जा चुके हैं. अमेरिका कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देश है. दुनिया में 12 करोड़ से ज्यादा व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें अकेले 3 करोड़ से ज्यादा लोग अमेरिका में इसकी चपेट में आए हैं.
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