मलेशिया ने 239 यात्रियों के साथ लापता अपने विमान का पता लगाने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा मदद की पेशकश किए जाने के बाद भारत से मदद मांगी है और भारत सरकार ने इस मामले को आगे बढ़ाने के मकसद से सूचनाओं को साझा करने के लिए उचित अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मलेशिया ने मंगलवार को विमान का पता लगाने के लिए भारत से मदद मांगी थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘भारत के राष्ट्रपति ने कल मलेशिया के शासनाध्यक्ष को पत्र लिखकर मदद की पेशकश की थी। इसके बाद उन्होंने मदद मांगी। हम मदद के लिए तैयार हैं। हम मलेशिया के साथ समन्वय के तहत काम कर रहे हैं।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम इस मुद्दे को देखने और इस संबंध में सूचनाओं को साझा करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए विशेष अधिकारियों को नियुक्त कर रहे हैं।’’
बीजिंग जाने वाले मलेशिया एयरलाइंस के विमान बोइंग 777 में पांच भारतीयों समेत 239 लोग सवार थे। यह विमान कुआलालम्पुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के एक घंटे बाद शुक्रवार को दक्षिण चीन सागर के ऊपर से गुजरते समय लापता हो गया था।
लापता विमान की खोजबीन के इलाके के दायरे को अंडमान सागर तक बढ़ाए जाने के बीच मलेशिया ने भारत से मदद की अपील की है।
भारत की अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में तीन स्तरीय सैन्य कमान मौजूद है तथा नौसेना और वायुसेना इलाके में नियमित रूप से गश्त करती हैं।
शुक्रवार को विमान के लापता होने के बाद से शनिवार की सुबह से चलाया जा रहा सघन खोजबीन अभियान दक्षिणी चीन सागर में विमान का पता लगाने में विफल रहा है और प्रशासन ने खोजबीन के दायरे को अंडमान सागर तक बढ़ा दिया है। मलेशियाई अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भारत ने मंगलवार को मदद की पेश की। उसने लापता मलेशियाई विमानों का पता लगाने के खोजबीन अभियान में मदद के लिए अपने एक विमान को तैयार रखा है। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम मदद के लिए तैयार हैं। हम मलय पक्ष की ओर से विवरण को लेकर सहयोग कर रहे हैं।’’
भारतीय वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने अपने एक विमान को तैयार रखा है और जैसे ही हमें आदेश मिलता है, हम खोजबीन अभियान के लिए उड़ान भरने को तैयार हैं।’’
भारतीय वायुसेना के विमान को संभवत: अंडमान निकोबार द्वीप समूह के समीप मलक्का जलडमरूमध्य के जल क्षेत्र में अभियान में लगाया जा सकता है।
वायुसेना ने अपने डोर्नियर विमान के साथ ही एमआई 17 हेलिकाप्टरों को द्वीप क्षेत्र में तैनात कर रखा है और यदि जरूरत पड़ी तो नौसेना पी 81 और टीयू 142 नौवहन निगरानी विमानों को तैनात कर सकती है।
अधिकारियों ने कहा है कि विमान जब आखिरी बार संपर्क में था तब वह 35,000 फुट की ऊंचाई पर मलेशिया के पूर्वी तट और वियतनाम के बीच था।
लापता विमान की तलाश का आज पांचवां दिन है। इस बीच वियतनाम ने कहा है कि वह अपने जल में तलाशी अभियान कम कर रहा है।
परिवहन उपमंत्री फाम कुए तेयू ने कहा, ‘‘हमने तलाशी और बचाव की कुछ गतिविधियां अस्थाई तौर पर बंद करने का निर्णय लिया है।’’ उन्होंने साथ ही कहा कि नौकाएं अब भी इलाके में तलाश का काम कर रही हैं।
मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने आज कहा कि लापता विमान को खोजने के लिए अधिकारी हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे उनकी सफलता की कामना करें।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं