
इस्लामाबाद:
अफगानिस्तान की सीमा से लगते पाकिस्तान के खबर पख्तूनख्वा सूबे में लड़कियों की शिक्षा के हक में आवाज उठाने वाली 14 साल की किशोरी मलाला यूसुफजई की स्थिति में सुधार हो रहा है। यह जानकारी रविवार को पाकिस्तानी सेना ने दी।
गत मंगलवार को स्कूल से घर लौटते समय मलाला तालिबान के हमले में घायल हो गई थी। इस सिलसिले में पुलिस ने 120 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
समाचार चैनल जियो न्यूज ने सेना के मीडिया प्रकोष्ठ अंतर-सेवा जन सम्पर्क (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल असीम बाजवा के हवाले से रविवार को यह जानकारी दी।
बाजवा ने कहा, "मलाला के हाथों और पैरों में हलचल देखी गई है। यह सकारात्मक संकेत है।"
बाजवा ने बताया कि अब तक मलाला को इलाज के लिए विदेश ले जाने का कोई फैसला नहीं किया गया है। वह अब तक वेंटीलेटर पर है और उसे हटाने के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने बताया कि हमले में घायल हुईं दो अन्य लड़कियों की भी देखरेख की जा रही है। उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया।
मलाला को मंगलवार को खबर पख्तूनख्वा में स्कूल से लौटते समय गोली मार दी गई थी। तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस घटना को लेकर दुनियाभर में आक्रोश है और कई देशों के नेताओं ने इसकी निंदा की है।
मलाला और उसकी दो सहेलियों कायनात और शाजिया पर हमला करने के सिलसिले में पुलिस ने करीब 120 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें से तीन तालिबान आतंकवादी हैं।
समाचार पत्र 'डॉन' के अनुसार, पुलिस ने नॉशेरा से तीन भाइयों को मलाला पर हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया, जो प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान स्वात के सदस्य हैं।
पुलिस ने शनिवार को अकबरपुरा के तरखा गांव के एक घर में छापेमारी कर करी इमानुल्लाह, ओबैदुल्लाह तथा अब्दुल हादी को गिरफ्तार किया, जो स्वात घाटी में मिंगोरा के रहने वाले हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तीनों भाई कट्टरपंथी मौलवी मौलाना फैजलुल्लाह के वफादार हैं। तीनों संदिग्धों के पिता आजी हाजी अब्दुल रहमान तारखा स्थित मस्जिद में मौलवी हैं। पुलिस ने स्वात तथा खबर पख्तूनख्वा के अलग-अलग इलाकों से 50 अतिरिक्त लोगों को हिरासत में लिया। इसके साथ ही इस मामले में हिरासत में लिए जाने वाले लोगों की संख्या करीब 120 हो गई है।
जियो न्यूज के अनुसार, एक गार्ड और मलाला के स्कूल के लेखपाल सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने हमलावरों की पहचान जाहिर की।
इस बीच, तालिबान हमले में घायल मलाला की सहेली कायनात ने पढ़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है। वह डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती है।
कायनात ने जियो न्यूज को बताया कि आतंकवादियों ने मलाला को पहचानते ही उस पर गोली चला दी और मलाला को खून से लथपथ हालत में देखते ही वह बेहोश होकर गिर पड़ी।
मलाला के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए कायनात ने अपनी पढ़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है। कायनात के पिता रियाज ने समाचार चैनल को बताया कि सरकार ने उनकी बेटी के इलाज के लिए उनसे सम्पर्क किया है।
गत मंगलवार को स्कूल से घर लौटते समय मलाला तालिबान के हमले में घायल हो गई थी। इस सिलसिले में पुलिस ने 120 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
समाचार चैनल जियो न्यूज ने सेना के मीडिया प्रकोष्ठ अंतर-सेवा जन सम्पर्क (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल असीम बाजवा के हवाले से रविवार को यह जानकारी दी।
बाजवा ने कहा, "मलाला के हाथों और पैरों में हलचल देखी गई है। यह सकारात्मक संकेत है।"
बाजवा ने बताया कि अब तक मलाला को इलाज के लिए विदेश ले जाने का कोई फैसला नहीं किया गया है। वह अब तक वेंटीलेटर पर है और उसे हटाने के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने बताया कि हमले में घायल हुईं दो अन्य लड़कियों की भी देखरेख की जा रही है। उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया।
मलाला को मंगलवार को खबर पख्तूनख्वा में स्कूल से लौटते समय गोली मार दी गई थी। तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस घटना को लेकर दुनियाभर में आक्रोश है और कई देशों के नेताओं ने इसकी निंदा की है।
मलाला और उसकी दो सहेलियों कायनात और शाजिया पर हमला करने के सिलसिले में पुलिस ने करीब 120 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें से तीन तालिबान आतंकवादी हैं।
समाचार पत्र 'डॉन' के अनुसार, पुलिस ने नॉशेरा से तीन भाइयों को मलाला पर हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया, जो प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान स्वात के सदस्य हैं।
पुलिस ने शनिवार को अकबरपुरा के तरखा गांव के एक घर में छापेमारी कर करी इमानुल्लाह, ओबैदुल्लाह तथा अब्दुल हादी को गिरफ्तार किया, जो स्वात घाटी में मिंगोरा के रहने वाले हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तीनों भाई कट्टरपंथी मौलवी मौलाना फैजलुल्लाह के वफादार हैं। तीनों संदिग्धों के पिता आजी हाजी अब्दुल रहमान तारखा स्थित मस्जिद में मौलवी हैं। पुलिस ने स्वात तथा खबर पख्तूनख्वा के अलग-अलग इलाकों से 50 अतिरिक्त लोगों को हिरासत में लिया। इसके साथ ही इस मामले में हिरासत में लिए जाने वाले लोगों की संख्या करीब 120 हो गई है।
जियो न्यूज के अनुसार, एक गार्ड और मलाला के स्कूल के लेखपाल सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने हमलावरों की पहचान जाहिर की।
इस बीच, तालिबान हमले में घायल मलाला की सहेली कायनात ने पढ़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है। वह डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती है।
कायनात ने जियो न्यूज को बताया कि आतंकवादियों ने मलाला को पहचानते ही उस पर गोली चला दी और मलाला को खून से लथपथ हालत में देखते ही वह बेहोश होकर गिर पड़ी।
मलाला के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए कायनात ने अपनी पढ़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है। कायनात के पिता रियाज ने समाचार चैनल को बताया कि सरकार ने उनकी बेटी के इलाज के लिए उनसे सम्पर्क किया है।