देवयानी खोबरागडे द्वारा नियुक्त की गई घरेलू सहायिका के वकील ने कहा है कि यह निराशाजनक और हताश करने वाला है कि इस मामला उनकी मुवक्किल के खिलाफ किए गए अपराधों से हटकर भारतीय महिला राजनयिक पर जाकर ठहर गया है।
पीड़ित सहायता एजेंसी सेफ होराइजन में मानव तस्करी कार्यक्रम विरोधी स्टाफ अटार्नी डाना सुसमैन ने कहा, इसे देखकर हताशा और निराशा है कि मीडिया और अधिकारियों ने इस कहानी का रुख अपनी पसंद के अनुसार मोड़ दिया है। सुसमैन भारतीय महिला संगीता रिचर्ड की वकील हैं, जिसे देवयानी ने घरेलू सहायिका और बच्चे की आया के रूप में रखा था।
सेफ होराइजन में मानव तस्करी विरोधी कार्यक्रम के वरिष्ठ निदेशक ऐवालो लेनिंग ने बताया कि पीड़िता और अन्य वकील परेशान हैं कि इस मामले में अपराध को नजरअंदाज किया जा रहा है। मुख्य ध्यान अपराध पर होना चाहिए न कि अपराधी को बचाने पर।
उन्होंने कहा कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि रिचर्ड के व्यवहार के बारे में भारतीय अधिकारी क्या कह रहे हैं। न्यूयॉर्क में भारत की उप-महावाणिज्य दूत के खिलाफ लगाए गए आरोप ‘खुद अपनी कहानी बता रहे हैं।’ सुसमैन ने कहा कि यह मामला देवयानी द्वारा संघीय सरकार से झूठ बोलने और उस वेतन के बारे में है, जो उसे अपनी घरेलू सहायिका को देना चाहिए था।
उन्होंने कहा, देवयानी ने उस वेतन का भुगतान नहीं किया, मेरे मुवक्किल की कम वेतन दिया और उसे बहुत अधिक समय तक काम करना पड़ा। इतना ही नहीं देवयानी ने अमेरिकी सरकार को इस बारे में गलत सूचना दी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं