
प्रतीकात्मक फोटो
वाशिंगटन:
भारत की एक कपड़ा कंपनी प्रतिभा सिंटेक्स लिमिटेड ने पाइरेटेड सॉफ्टवेयर के उपयोग के आरोप को निपटाने के लिए 1,00,000 डॉलर (या 66 लाख रुपये) के जुर्माने के भुगतान करने पर सहमत हो गई है। गौरतलब है कि पाइरेटेड सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से भारतीय कंपनी को अमेरिकी कंपनियों के मुकाबले प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिला।
30 दिन के भीतर करना होगा भुगतान
मध्य प्रदेश के इंदौर मुख्यालय वाली कंपनी प्रतिभा सिंटेक्स वालमार्ट समेत अमेरिकी की शीर्ष कंपनियों को कपड़े का निर्यात करती है। लॉस एजेंल्स की एक अदालत में दायर याचिका के मद्देनजर निपटान समझौते के मुताबिक, कपड़ा कंपनी 30 दिन के भीतर क्षति-पूर्ति के लिए 1,00,000 डॉलर के भुगतान पर सहमत हो गया है।
गैरकानूनी तरीके से कर रही थी काम
कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल कमला हैरिस ने कहा, प्रतिभा सिंटेक्स कारोबार के गैरकानूनी तौर-तरीके अपना रही थी, जिससे कैलिफोर्निया की कपड़ा कंपनियों को नुकसान हो रहा था जबकि अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनियों की नई और नवाचारी उत्पादों को विकसित करने की क्षमता प्रभावित हो रही है।
30 दिन के भीतर करना होगा भुगतान
मध्य प्रदेश के इंदौर मुख्यालय वाली कंपनी प्रतिभा सिंटेक्स वालमार्ट समेत अमेरिकी की शीर्ष कंपनियों को कपड़े का निर्यात करती है। लॉस एजेंल्स की एक अदालत में दायर याचिका के मद्देनजर निपटान समझौते के मुताबिक, कपड़ा कंपनी 30 दिन के भीतर क्षति-पूर्ति के लिए 1,00,000 डॉलर के भुगतान पर सहमत हो गया है।
गैरकानूनी तरीके से कर रही थी काम
कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल कमला हैरिस ने कहा, प्रतिभा सिंटेक्स कारोबार के गैरकानूनी तौर-तरीके अपना रही थी, जिससे कैलिफोर्निया की कपड़ा कंपनियों को नुकसान हो रहा था जबकि अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनियों की नई और नवाचारी उत्पादों को विकसित करने की क्षमता प्रभावित हो रही है।
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Pirated Software, Pratibha Syntex, Licensing Fees, मध्य प्रदेश, पाइरेटेड सॉफ्टवेयर, प्रतिभा सिंटेक्स, 1 लाख डॉलर जुर्माना