London attack: ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने की आतंकी हमले की निंदा
लंदन:
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कहा है कि लंदन हमले का हमलावर ब्रिटिश नागरिक था और देश की खुफिया एजेंसी एमआई-5 उससे पहले भी पूछताछ कर चुक है. उन्होनें कहा कि आरोपी को सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी थी. इससे पहले ब्रिटिश पीएम ने संसद परिसर के निकट हुए आतंकवादी हमले को लोकतांत्रिक मूल्यों पर ‘‘घृणित और अनैतिक’’ हमला करार दिया. आतंकवादी हमले में पांच लोगों की मौत हो है और 40 अन्य घायल हो गये हैं. डाउनिंग स्ट्रीट पर एक आपातकालीन कोबरा बैठक की अध्यक्षता करने के बाद, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री ने इस बात की पुष्टि की कि हमले को एक ही व्यक्ति द्वारा अंजाम दिया गया था जिसने वेस्टमिंस्टर ब्रिज पर अपने वाहन से पैदल चल रहे कई लोगों को कुचल दिया जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और तीन पुलिस अधिकारियों समेत कई घायल हो गए.
उधर आतंकी संगठन आईएसआईएस ने लंदन हमले की जिम्मेदारी ली है. उसने बयान जारी कर कहा कि ‘खिलाफत के सिपाही’ ने ब्रिटिश संसद पर हमले को अंजाम दिया.
उन्होंने कहा, इसके बाद हमलावर एक चाकू लेकर ससंद की तरफ दौड़ा और वहां उसका सामना हमारी और हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों की सुरक्षा करने वाले पुलिस अधिकारियों से हुआ. दुर्भाग्य से, एक अधिकारी की मौत हो गई. आतंकवादी को भी मार गिराया गया. टेरीजा मे ने कहा कि कुछ समय से ब्रिटेन में खतरे का स्तर ‘गंभीर’ घोषित है और ‘‘इसमें बदलाव नहीं किया जाएगा. (भारत ने लंदन की संसद के बाहर हुए आतंकी हमले की निंदा की, पीएम मोदी बोले- इस मुश्किल घड़ी में ब्रिटेन के साथ हैं)
‘स्कॉटलैंड यार्ड’ ने लोगों से ‘सर्तक रहने’ की अपील करते हुए कहा कि लंदन में पुलिस रणनीति की समीक्षा की जा रही है और अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है. आतंकवाद रोधी नीति के राष्ट्रीय प्रमुख एवं कार्यवाहक उपायुक्त मार्क रॉवले ने हमलावर की पहचान से जुड़ी कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगता है कि वह ‘अंतरराष्ट्रीय आतंक’ और ‘इस्लाम संबंधी आतंकवाद’ से प्रेरित था. ’’ रॉवले ने कहा, ‘‘ हम मामले की फोरेंसिक जांच कर रहे हैं. ’’ संसद पर अन्य संभावित हमलों की आशंका के चलते की गई घेरेबंदी को अब हटा दिया गया है. ब्रिटेन में कुछ समय से खतरे का स्तर ‘गंभीर’ है और पुलिस का कहना है कि वह सुरक्षा स्तर में बदलाव करने पर विचार नहीं कर रही. लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने आतंकी घटना में फंसे भारतीयों की मदद के लिए विशेष ‘जन कार्रवाई इकाई’ का गठन किया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उधर आतंकी संगठन आईएसआईएस ने लंदन हमले की जिम्मेदारी ली है. उसने बयान जारी कर कहा कि ‘खिलाफत के सिपाही’ ने ब्रिटिश संसद पर हमले को अंजाम दिया.
उन्होंने कहा, इसके बाद हमलावर एक चाकू लेकर ससंद की तरफ दौड़ा और वहां उसका सामना हमारी और हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों की सुरक्षा करने वाले पुलिस अधिकारियों से हुआ. दुर्भाग्य से, एक अधिकारी की मौत हो गई. आतंकवादी को भी मार गिराया गया. टेरीजा मे ने कहा कि कुछ समय से ब्रिटेन में खतरे का स्तर ‘गंभीर’ घोषित है और ‘‘इसमें बदलाव नहीं किया जाएगा. (भारत ने लंदन की संसद के बाहर हुए आतंकी हमले की निंदा की, पीएम मोदी बोले- इस मुश्किल घड़ी में ब्रिटेन के साथ हैं)
‘स्कॉटलैंड यार्ड’ ने लोगों से ‘सर्तक रहने’ की अपील करते हुए कहा कि लंदन में पुलिस रणनीति की समीक्षा की जा रही है और अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है. आतंकवाद रोधी नीति के राष्ट्रीय प्रमुख एवं कार्यवाहक उपायुक्त मार्क रॉवले ने हमलावर की पहचान से जुड़ी कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगता है कि वह ‘अंतरराष्ट्रीय आतंक’ और ‘इस्लाम संबंधी आतंकवाद’ से प्रेरित था. ’’ रॉवले ने कहा, ‘‘ हम मामले की फोरेंसिक जांच कर रहे हैं. ’’ संसद पर अन्य संभावित हमलों की आशंका के चलते की गई घेरेबंदी को अब हटा दिया गया है. ब्रिटेन में कुछ समय से खतरे का स्तर ‘गंभीर’ है और पुलिस का कहना है कि वह सुरक्षा स्तर में बदलाव करने पर विचार नहीं कर रही. लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने आतंकी घटना में फंसे भारतीयों की मदद के लिए विशेष ‘जन कार्रवाई इकाई’ का गठन किया है.
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