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This Article is From Dec 15, 2020

जापान के 'ट्विटर किलर' को आखिरकार मिली मौत की सजा, सोशल मीडिया पर फंसाकर करता था हत्या

यह केस जापान में इतना चर्चित था कि इस केस का आखिरी फैसला सुनने के लिए कोर्ट में 435 लोग इकट्ठा हुए, जबकि कोर्ट में बस 16 लोगों के ही बैठने की जगह थी.

जापान के 'ट्विटर किलर' को आखिरकार मिली मौत की सजा, सोशल मीडिया पर फंसाकर करता था हत्या
ताकाहिरो शिराइशी ने 9 युवाओं को फंसाकर उनकी हत्या की थी. (फाइल फोटो)
टोक्यो:

जापान में 'ट्विटर किलर' (Japan' Twitter Killer) के तौर पर जाने जाने वाले एक शख्स को आखिरकार मौत की सजा सुनाई गई है. 30 साल का ताकाहिरो शिराइशी सोशल मीडिया पर मिले नौ लोगों की हत्या करने और उनके शव के टुकड़े-टुकड़े करने का दोषी था. टोक्यो की एक कोर्ट ने मंगलवार को उसे इस अपराध में मौत की सजा सुनाई है. 

ताकाहिरो शिराइशी ने खुद सोशल मीडिया पर मिले युवा लोगों की हत्या करने और उनके शवों के टुकड़े-टुकड़े करने की बात को स्वीकार किया था. उसके नौ शिकार में से आठ लड़कियां थीं. कुछ सालों से चल रहा यह यह केस इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि ताकाहिरो ने अपने बचाव में कहा था कि उसने दूसरों की मर्जी से उनकी हत्या की थी.

उसके वकीलों ने कोर्ट में दलील दी थी कि उसे मौत की सजा के बजाय उम्रकैद की सजा मिलनी चाहिए क्योंकि 15 से 26 साल के बीच में उसके विक्टिम्स ने सोशल मीडिया पर सुसाइड करने की मंशा जताई थी, ऐसे में उन्होंने खुद हत्या के लिए अपनी मर्जी दी थी. लेकिन एक कोर्ट अधिकारी ने AFP को बताया कि कोर्ट ने मंगलवार को शिराइशी को मौत की सजा सुनाई है.

पब्लिक ब्रॉडकास्टर NHK के मुताबिक, जज ने कहा कि 'नौ विक्टिम्स में से किसी ने भी हत्या के लिए सहमति नहीं दी थी. मौन सहमति भी नहीं.' कथित तौर पर जज ने कहा कि 'यह बहुत गंभीर बात है कि नौ लोगों की जान इस तरह ले ली गई. उन लोगों का सम्मान इसतरह कुचल गया.'

यह केस जापान में इतना चर्चित था कि इस केस का आखिरी फैसला सुनने के लिए कोर्ट में 435 लोग इकट्ठा हुए, जबकि कोर्ट में बस 16 लोगों के ही बैठने की जगह थी.

क्या था मामला?

शिराइशी ट्विटर पर ऐसे लोगों से संपर्क करता था, जो अपनी जान लेने की बात किया करते थे. वो उनसे वादे करता था कि वो उनकी इसमें मदद करेगा. यहां तक कि वो यह भी कहता था कि वो उनके साथ-साथ खुद भी मरेगा. उसके घर के पीछे कूलर और टूलबॉक्स मिले हैं, जिनमें नौ कंकाल पड़े थे, वहां 240 हड्डियों के टुकड़े भी मिले थे.  शिराइसी को पुलिस ने तीन साल पहले गिरफ्तार किया था.

NHK ने पिछले महीने हुई सुनवाई के दौरान एक पीड़िता की पिता की व्यथा बताते हुए लिखा था कि 25 साल की पीड़िता के पिता ने कहा था कि अगर शिराइशी मर जाता है तो भी वो उसे कभी माफ नहीं करेंगे.

जापान विकसित देशों में शामिल कुछ ऐसे देशों में है, जहां पर मौत की सजा को बरकरार रखा गया है और वहां पर इस प्रावधान को लोगों का समर्थन भी मिला हुआ है. हालांकि, सजा सुनाए जाने और सजा दिए जाने के बीच सालों बीच जाते हैं. पिछली मौत की सजा यहां पर दिसंबर, 2019 में एक चीनी व्यक्ति को फांसी दी गई थी. उसे एक परिवार के चार लोगों की हत्या का दोषी पाया गया था.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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