मिस्र के सिनाई द्वीप पर क्रैश हुए रूसी एयरलाइंस विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर मिल गए हैं। कल क्रैश हुए इस विमान में 224 यात्रियों की मौत हो गई है। इस विमान शर्म अल शेख से रूस के शहर सेंट पीटर्सबर्ग की ओर उड़ान भरी थी।
कल आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने दावा किया था कि विमान को क्रैश करने में उनका हाथ है, लेकिन रूसी परिवहन मंत्री ने इस्लामिक स्टेट के दावे को ख़ारिज कर दिया है। हालांकि मिस्र के परिवहन मंत्री ने कहा है कि विमान ने गिरने से पहले एसओएस कॉल नहीं की थी जो हमेशा आपातकालीन स्थिति में की जाती है।
वहीं, जर्मन एयरलाइंस लुफ़्थांसा और एयर फ्रांस केएलएम ने कहा कि वो हादसे कारणों की जानकारी मिलने तक इस रूट के इस्तेमाल से बचेंगे।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को एक रूसी एयरबस विमान मिस्र के सिनाई प्रायद्वीप के पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इस पर सवार सभी 224 लोगों की मौत हो गई। इस बीच आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने दावा किया कि विमान को उसने मार गिराया था। हालांकि एक मैसेजिंग एप्लिकेशन के सहारे प्रकाशित अपने बयान में इस्लामिक स्टेट ने यह नहीं कहा कि आतंकियों ने इस विमान को कैसे मार गिराया। जिस जगह हादसा हुआ है, उस इलाके में आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट से संबद्ध स्थानीय गुटों ने अशांति फैला रखी है और मिस्र की सरकार उनके खिलाफ संघर्ष जारी रखे हुए है।
सूत्रों ने बताया कि शर्म अल-शेख के रेड सी रिसॉर्ट से एयरबस ए321 के सेंट पीटर्सबर्ग के लिए उड़ान भरने के 23 मिनट बाद ही मिस्र के एटीसी के साथ उसका संपर्क टूट गया था। विमान का मलबा उसके ब्लैक बॉक्स सहित हसाना इलाके में पाया गया। एक अधिकारी ने दुर्घटना स्थल का 'मार्मिक दृश्य' बताया, जहां पीड़ितों के शव अभी भी सीट बेल्ट से बंधे हुए थे। (इनपुट एजेंसियों से भी)
कल आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने दावा किया था कि विमान को क्रैश करने में उनका हाथ है, लेकिन रूसी परिवहन मंत्री ने इस्लामिक स्टेट के दावे को ख़ारिज कर दिया है। हालांकि मिस्र के परिवहन मंत्री ने कहा है कि विमान ने गिरने से पहले एसओएस कॉल नहीं की थी जो हमेशा आपातकालीन स्थिति में की जाती है।
वहीं, जर्मन एयरलाइंस लुफ़्थांसा और एयर फ्रांस केएलएम ने कहा कि वो हादसे कारणों की जानकारी मिलने तक इस रूट के इस्तेमाल से बचेंगे।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को एक रूसी एयरबस विमान मिस्र के सिनाई प्रायद्वीप के पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इस पर सवार सभी 224 लोगों की मौत हो गई। इस बीच आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने दावा किया कि विमान को उसने मार गिराया था। हालांकि एक मैसेजिंग एप्लिकेशन के सहारे प्रकाशित अपने बयान में इस्लामिक स्टेट ने यह नहीं कहा कि आतंकियों ने इस विमान को कैसे मार गिराया। जिस जगह हादसा हुआ है, उस इलाके में आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट से संबद्ध स्थानीय गुटों ने अशांति फैला रखी है और मिस्र की सरकार उनके खिलाफ संघर्ष जारी रखे हुए है।
सूत्रों ने बताया कि शर्म अल-शेख के रेड सी रिसॉर्ट से एयरबस ए321 के सेंट पीटर्सबर्ग के लिए उड़ान भरने के 23 मिनट बाद ही मिस्र के एटीसी के साथ उसका संपर्क टूट गया था। विमान का मलबा उसके ब्लैक बॉक्स सहित हसाना इलाके में पाया गया। एक अधिकारी ने दुर्घटना स्थल का 'मार्मिक दृश्य' बताया, जहां पीड़ितों के शव अभी भी सीट बेल्ट से बंधे हुए थे। (इनपुट एजेंसियों से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
रूसी प्लेन क्रैश, मिस्र, सिनाई द्वीप, इस्लामिक स्टेट (आईएस), ब्लैक बॉक्स, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर, Russian Plane Crash, Egypt, Sinai Peninsula Plane Crash, Islamic State (IS), Black Box, Flight Data Recorder