कई महीनों से हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा और आलोचना का सामना कर रहे ईरान (Iran) के विदेश मंत्री ने विदेशी ताकतों पर ईरान के बारे में ग़लत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है. सरकार-विरोधी प्रदर्शनों को लेकर NDTV से बात करते हुए ईरान के शीर्ष मंत्री ने कहा कि, "विदेशी ताकतें भ्रामक जानकारी फैला रही हैं." ईरन की सरकार पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल का प्रयोग करने के आरोप भी लगातार लगते रहे हैं.
NDTV को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ईरान के उप विदेश मंत्री अली बाकरी (Iran's Deputy Foreign Minister Ali Baqeri ) ने बताया कि "ईऱान के बारे में विदेशी ताकतें झूठा कथानक गढ़ रही हैं". ईरान के उप विदेश मंत्री ईरान में जारी विरोध प्रदर्शनों पर NDTV के सवालों का जवाब दे रहे थे. पिछले 16 सितंबर को पुलिस की हिरासत में महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान अपने विदेशी दुश्मनों पर देश में विरोध प्रदर्शन भड़काने का आरोप लगाता रहा है.
22 साल की कुर्द मूल की ईरानी लड़की की तेहरान में नैतिक पुलिस की हिरात में तीन दिन रहने के बाद मौत हो गई थी. उस पर इस्लामिक रिपब्लिक के अनिवार्य हिजाब कानून का उल्लंघन करने का आरोप था.
यह पूछे जाने पर कि प्रदर्शनों के दो महीने बाद ईरान की सरकार कितनी चिंतित है, ईरानी उप विदेश मंत्री ने कहा कि, "अल्लाह के नाम पर मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि आलोचना और विरोध करना, लोकतंत्र के स्तंभ हैं और यह हमारी धार्मिक मान्यताओं के आधार पर ईरानी संविधान में भी हैं. लोगों को अधिकार दिए गए हैं और हम सभी अलग-अलग लोगों की राय और आलोचना सुनने के लिए कर्तव्यबद्ध हैं."
उन्होंने आगे कहा, "हमें शांतिपूर्ण सभा और हिंसक सभा के अंतर के बीच ध्यान रखना होगा. साथ ही हमें ईरान के आंतरिक मसलों में विदेश दखल का भी ध्यान रखना होगा जो ईरान में घट रही घटनाओं को लेकर गंदा कथानक बना रहे हैं जो उनके अपने हित में है."
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