ऐतिहासिक भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु करार को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए भारत और अमेरिका ने जवाबदेही और तकनीकी मुद्दों से निपटने के लिए अंतर एजेंसी संपर्क समूह गठित करने का निर्णय किया, जो भारत में अमेरिका निर्मित परमाणु रिएक्टर स्थापित करने में आ रही बाधाओं से जुड़े मुद्दों को देखेगा।
भारतीय पक्ष की ओर से अंतर एजेंसी संपर्क समूह में परमाणु ऊर्जा विभाग, विदेश मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के प्रतिनिधि होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ शिखर स्तरीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों पक्ष असैन्य परमाणु करार से जुड़े मुद्दों का यथाशीघ्र समाधान निकालने के प्रति गंभीर हैं।
उन्होंने कहा, हम दोनों असैन्य परमाणु साझेदारी करार को आगे बढ़ाने को प्रतिबद्ध हैं। हम असैन्य परमाणु सहयोग से जुड़े मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाने को लेकर गंभीर हैं। यह भारत की ऊसुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं