भारत के साथ दो दिनों की सीमा वार्ता में शामिल होने के लिए चीन के स्टेट काउंसलर दाई बिंगगुओ रविवार को नई दिल्ली पहुंच गए। उम्मीद है कि वार्ता के दौरान दोनों देश सीमा व्यवस्था तंत्र बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।
भारत के साथ सीमा विवाद पर चीन के विशेष प्रतिनिधि दाई चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ के काफी करीबी माने जाते हैं। उनकी यह यात्रा दो शक्तिशाली एशियाई देशों के बीच उभरे मतभेदों के बीच हो रही है।
दाई, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और भारत के विशेष प्रतिनिधि शिवशंकर मेनन के साथ सोमवार और मंगलवार को 15वीं दौर की सीमा-वार्ता करेंगे।
उम्मीद है कि वार्ता के दौरान दोनों विशेष प्रतिनिधि एक सीमा व्यवस्था तंत्र पर एक समझौते की एक व्यापक रूपरेखा तैयार करेंगे और उस पर मंगलवार को हस्ताक्षर होने की सम्भावना है।
दोनों देशों के बीच सीमा व्यवस्था तंत्र विश्वास बहाली के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा और उससे वास्तविक नियंत्रण रेखा के उल्लंघन पर आपसी सम्पर्क कायम करने में मदद मिलेगी।
इस सप्ताह की शुरुआत में मेनन ने कहा था कि सीमा विवाद एक गम्भीर मसला है। उन्होंने कहा, "सीमा विवाद का हल नहीं निकल सका है और इससे कोई इंकार नहीं है कि यह एक जटिल मसला है..इसे सुलझाने के लिए हम सिद्धांतों पर सहमति की त्रिस्तरीय प्रक्रिया के दूसरे स्तर पर हैं। "
This Article is From Jan 16, 2012
भारत-चीन के बीच सीमा वार्ता सोमवार से
नई दिल्ली: