भारतीय मूल के एक विमान परिचारक (फ्लाइट स्टीवर्ट) संजीद सिंह संधू को अपने एक सहकर्मी के साथ शिफ्ट बदलने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
41 वर्षीय संजीद सिंह ने अपनी शिफ्ट एक सहकर्मी से बदलकर एम्सटर्डम से कुआलालंपुर जा रहे दुर्भाग्यपूर्ण विमान एमएच 17 में लगवाई थी। इस विमान को कल पूर्वी यूक्रेन पर प्रहार करके गिरा दिया गया। विमान में सवार सभी 298 लोग इस दुर्घटना में मारे गए।
संजीद के परेशान पिता जिजर सिंह के अनुसार, संजीद की मां ने अपने बेटे के मलेशिया स्थित पेनांग पहुंचने पर अपने बेटे का पसंदीदा भोजन बनाने की योजना बनाई थी।
आंखों से बहते आंसुओं के साथ जिजर ने पेनांग स्थित अपने घर में संवाददाताओं को बताया, 'मेरे बेटे ने उड़ान से ठीक पहले मुझसे फोन पर बात की थी। मुझे नहीं पता था कि यह मेरी उसके साथ आखिरी बातचीत होगी। जो होना था, वह हो गया है।'
अखबार द स्टार की खबर के अनुसार, जिजर और उसकी पत्नी को यह खबर उनकी बहू ने दी, जो खुद भी मलेशिया एयरलाइंस में विमान परिचारिका का काम करती है। उन्होंने कहा कि संजीद को प्यार से बॉबी बुलाते थे और वह उनका सबसे छोटा और इकलौता बेटा था।
एमएच 17 नामक विमान ने एम्सटर्डम के शिफोल से कल शाम उड़ान भरी थी। इस विमान ने आज सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर कुआलालंपुर पहुंच जाना था।
विमान के मार्ग की जानकारी रखने वाले आंकड़े दर्शाते हैं कि जिस समय विमान गायब हुआ, उस समय वह 33 हजार फुट की उंचाई पर था। ऐसा माना जा रहा है कि बोइंग 777 को यूक्रेन-रूस की सीमा से 50 किलोमीटर की दूरी पर निशाना बनाया गया।
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