वाशिंगटन:
चंडीगढ़ में पैदा हुए भारतीय मूल के अमेरिकी कानूनविद श्रीकांत 'श्री' श्रीनिवासन अमेरिकी अपीलीय अदालत के पहले दक्षिण एशियाई न्यायाधीश बनने के और करीब पहुंच गए हैं। सीनेट की न्यायिक समिति ने इस पद के लिए उनके नाम को मंजूरी दे दी है।
श्रीनिवासन (46) पिछले साल अगस्त में अमेरिका के प्रधान उप-महाधिवक्ता के रूप में नामित हुए थे। उन्होंने भारतीय मूल के एक अन्य अमेरिकी नील कुमार कात्याल का स्थान लिया था।
अमेरिकी अपीलीय अदालत के न्यायाधीश के रूप में उनके नाम को मंजूरी गुरुवार को सीनेट की न्यायिक समिति ने दी। यदि इसे पूरे सीनेट से मंजूरी मिल जाती है तो श्रीनिवासन अमेरिकी अपीलीय अदालत के न केवल दक्षिण एशियाई मूल के पहले न्यायाधीश होंगे, बल्कि वर्ष 2006 के बाद अदालत में यह पहली नई नियुक्ति होगी।
व्हाइट हाउस ने अमेरिकी अपील अदालत के न्यायाधीश के रूप में श्रीनिवासन के नाम को मंजूरी दिलाने के लिए पूरी कोशिश की है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्ने ने कहा, "श्रीनिवासन के नाम को मंजूरी अदालत की चार रिक्तयों को भरने की दिशा में पहला महत्वपूर्ण कदम होगा। सीनेट को इसमें देरी नहीं करनी चाहिए।"
अमेरिकी अपीलीय अदालत के न्यायाधीश के रूप में श्रीनिवासन के नाम को मंजूरी देने वाली सीनेट की न्यायिक समिति के अध्यक्ष डेमोक्रेट सीनेटर पैट्रिक लीही ने हालांकि श्रीनिवासन के नाम को सीनेट से मंजूरी मिलने पर खुशी जताई, लेकिन रिपब्लिकन सीनेटरों द्वारा इस दिशा में भविष्य में डाली जाने वाली अड़चनों पर चिंता भी जताई।
वहीं, समिति के रिपब्लिकन सीनेटर चार्ल्स ग्रैसली ने कहा कि श्रीनिवासन 'दुरुस्त न्यायिक स्वभाव' के व्यक्ति हैं और इस तरह का डर निराधार है कि अमेरिकी अपीलीय अदालत के न्यायाधीश के रूप में उनके नाम को मंजूरी देने में किसी तरह की बाधा आएगी।
श्रीनिवासन का जन्म चंडीगढ़ में हुआ था। वह कंसास के लॉरेंस में पले-बढ़े। उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से 1989 में स्नातक की डिग्री ली और वर्ष 1995 में कानून में जस्टिस डॉक्टर की डिग्री ली।
श्रीनिवासन (46) पिछले साल अगस्त में अमेरिका के प्रधान उप-महाधिवक्ता के रूप में नामित हुए थे। उन्होंने भारतीय मूल के एक अन्य अमेरिकी नील कुमार कात्याल का स्थान लिया था।
अमेरिकी अपीलीय अदालत के न्यायाधीश के रूप में उनके नाम को मंजूरी गुरुवार को सीनेट की न्यायिक समिति ने दी। यदि इसे पूरे सीनेट से मंजूरी मिल जाती है तो श्रीनिवासन अमेरिकी अपीलीय अदालत के न केवल दक्षिण एशियाई मूल के पहले न्यायाधीश होंगे, बल्कि वर्ष 2006 के बाद अदालत में यह पहली नई नियुक्ति होगी।
व्हाइट हाउस ने अमेरिकी अपील अदालत के न्यायाधीश के रूप में श्रीनिवासन के नाम को मंजूरी दिलाने के लिए पूरी कोशिश की है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्ने ने कहा, "श्रीनिवासन के नाम को मंजूरी अदालत की चार रिक्तयों को भरने की दिशा में पहला महत्वपूर्ण कदम होगा। सीनेट को इसमें देरी नहीं करनी चाहिए।"
अमेरिकी अपीलीय अदालत के न्यायाधीश के रूप में श्रीनिवासन के नाम को मंजूरी देने वाली सीनेट की न्यायिक समिति के अध्यक्ष डेमोक्रेट सीनेटर पैट्रिक लीही ने हालांकि श्रीनिवासन के नाम को सीनेट से मंजूरी मिलने पर खुशी जताई, लेकिन रिपब्लिकन सीनेटरों द्वारा इस दिशा में भविष्य में डाली जाने वाली अड़चनों पर चिंता भी जताई।
वहीं, समिति के रिपब्लिकन सीनेटर चार्ल्स ग्रैसली ने कहा कि श्रीनिवासन 'दुरुस्त न्यायिक स्वभाव' के व्यक्ति हैं और इस तरह का डर निराधार है कि अमेरिकी अपीलीय अदालत के न्यायाधीश के रूप में उनके नाम को मंजूरी देने में किसी तरह की बाधा आएगी।
श्रीनिवासन का जन्म चंडीगढ़ में हुआ था। वह कंसास के लॉरेंस में पले-बढ़े। उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से 1989 में स्नातक की डिग्री ली और वर्ष 1995 में कानून में जस्टिस डॉक्टर की डिग्री ली।
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