
प्रतीकात्मक तस्वीर
सिंगापुर:
सिंगापुर की वामपोआ नदी में दिसंबर 2013 में जिस 33 वर्षीय महिला का सिर कटा शव मिला था, उसकी हत्या उसके पति ने की थी। यह बात कोरोनर की अदालत ने कही है।
'स्ट्रेट्स टाइम्स' के अनुसार जसविंदर कौर की गर्दन पर उसके पति हरविंदर सिंह ने झगड़े के दौरान एक मुक्का मारा था।
एक वरिष्ठ लॉजिस्टिक्स समन्वयक के तौर पर कार्यरत 35 वर्षीय हरविंदर का नाम अब इंटरपोल की वांछितों की सूची में शामिल है।
कोरोनर की अदालत ने कल पाया कि महिला की उसके पति ने 11 दिसंबर 2013 को हत्या की।
उसने कहा कि कौर का सिर कटा शव 12 दिसंबर की सुबह नदी में तैरता मिला था। उनका शव एक काले थैले में बंद था जिसमें से पैर बाहर निकले हुए थे और हाथ कलाई से कटे हुए थे।
हरविंदर, जसविंदर के किसी को लंबी दूरी की कॉल करने पर नाराज़ था और उसने झगड़े के दौरान कथित रूप से अपनी पत्नी की गर्दन पर मुक्का मारा और उसे बिस्तर पर पड़ा छोड़ दिया था।
समाचार पत्र ने बताया कि उसने अपने एक मित्र को बताया कि उसे बाद में एहसास हुआ कि वह बेहोश नहीं है बल्कि उसकी मौत हो गई है। इसके बाद उसने शव को ठिकाने लगाने का निर्णय लिया।
हरविंदर के मित्र गुरशरण सिंह को कौर के शव को ठिकाने लगाने में मदद करने के लिए इसी साल अप्रैल में 30 महीने कैद की सजा सुनाई गई थी।
ब्यूटीशियन के तौर पर काम करने वाली कौर के दफ़्तर ने जांचकर्ताओं को बताया कि वह 11 दिसंबर को काम पर नहीं आई जिसके बाद हरविंदर ने उसे फोन करके बताया कि जसविंदर भारत वापिस जा रही है।
इसके बाद वह अगली सुबह मलेशिया और फिर वहाँ से भारत भाग गया जहां अधिकारी उसकी तलाश नहीं कर पाए। कौर की मौत के सटीक कारण का पता नहीं चल पाया है क्योंकि उसका सिर और हाथ नहीं मिले थे।
'स्ट्रेट्स टाइम्स' के अनुसार जसविंदर कौर की गर्दन पर उसके पति हरविंदर सिंह ने झगड़े के दौरान एक मुक्का मारा था।
एक वरिष्ठ लॉजिस्टिक्स समन्वयक के तौर पर कार्यरत 35 वर्षीय हरविंदर का नाम अब इंटरपोल की वांछितों की सूची में शामिल है।
कोरोनर की अदालत ने कल पाया कि महिला की उसके पति ने 11 दिसंबर 2013 को हत्या की।
उसने कहा कि कौर का सिर कटा शव 12 दिसंबर की सुबह नदी में तैरता मिला था। उनका शव एक काले थैले में बंद था जिसमें से पैर बाहर निकले हुए थे और हाथ कलाई से कटे हुए थे।
हरविंदर, जसविंदर के किसी को लंबी दूरी की कॉल करने पर नाराज़ था और उसने झगड़े के दौरान कथित रूप से अपनी पत्नी की गर्दन पर मुक्का मारा और उसे बिस्तर पर पड़ा छोड़ दिया था।
समाचार पत्र ने बताया कि उसने अपने एक मित्र को बताया कि उसे बाद में एहसास हुआ कि वह बेहोश नहीं है बल्कि उसकी मौत हो गई है। इसके बाद उसने शव को ठिकाने लगाने का निर्णय लिया।
हरविंदर के मित्र गुरशरण सिंह को कौर के शव को ठिकाने लगाने में मदद करने के लिए इसी साल अप्रैल में 30 महीने कैद की सजा सुनाई गई थी।
ब्यूटीशियन के तौर पर काम करने वाली कौर के दफ़्तर ने जांचकर्ताओं को बताया कि वह 11 दिसंबर को काम पर नहीं आई जिसके बाद हरविंदर ने उसे फोन करके बताया कि जसविंदर भारत वापिस जा रही है।
इसके बाद वह अगली सुबह मलेशिया और फिर वहाँ से भारत भाग गया जहां अधिकारी उसकी तलाश नहीं कर पाए। कौर की मौत के सटीक कारण का पता नहीं चल पाया है क्योंकि उसका सिर और हाथ नहीं मिले थे।